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मेरठ: सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तीसरी आंख से रखी जा रहीं है नजर

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मेरठ: सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तीसरी आंख से रखी जा रहीं है नजर

  • मेरठ: दंगाईयों पर तीसरी आंख से रखी जा रहीं है नजर,

  • दंगा होने पर चिन्हित कर होगी सख्त कार्रवाई।


शारदा न्यूज़, संवाददाता।


मेरठ। बवाल रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस फोर्स के साथ साथ पूरे शहर में 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। जिला अधिकारी मेरठ ने बताया कि शहर में जगह जगह हाई डेफिनेशन कैमरा लगे हुए हैं, यदि कोई दंगा करता है तो सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने शहर में अमन-ओ- चयन कायम रखने की भी अपील की।

 

 

 

दरअसल उत्तर प्रदेश और हरियाणा में हुए बवाल के बाद मेरठ में भी हाई अलर्ट जारी है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान की जिला प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए हुए थे। किसी भी तरीके की कोई भी घटना से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा बल के साथ साथ 1000 सीसीटीवी कैमरों से पूरा शहर को निगरानी में रखा हुआ है। इस सीसीटीवी की निगरानी मेरठ के कंट्रोल रूम द्वारा भी की जा रही है इसके अलावा डीएम खुद अपने पर्सनल फोन से निगरानी रखे हुए हैं। डीएम दीपक मीणा ने बताया है कि लखनऊ में मुख्य कार्यालय से भी मेरठ शहर के सीसीटीवी को कनेक्ट किया गया है और इन सीसीटीवी की निगरानी वहां से भी हो रही है।

नहीं बक्शे जायेंगे दंगाई

जिस तरीके से हरियाणा के नूहू और यूपी के बरेली में बवाल हुआ है, इन घटनाओं को देखते हुए मेरठ में भी हाई अलर्ट है। मेरठ में कावर से पहले 1000 सीसी टीवी कैमरे पूरे शहर में लगाए गए थे उन्हीं 1000 सीसीटीवी कैमरे की निगरानी अब मेरठ जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन साथ में कर रहा है। मेरठ के जिला अधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि कोई भी शहर का माहौल बिगाड़ने की अगर कोशिश करता है तो इन सीसीटीवी के आधार पर उन को चिन्हित किया जाएगा और सख्ती से निपटा जाएगा।

 

शहर के जिम्मेदार नागरिकों के साथ की बैठक

मेरठ में शांति व्यवस्था कायम रहे इसी को लेकर सभी धर्मों के जिम्मेदार लोगों से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने बैठक की है इस बैठक में अमन ओ चयन कायम रखने के लिए चर्चा की गई है। साथ ही जिम्मेदार लोगों को अपने से जुड़े लोगो को भी पूरी सतर्कता बरतनी के लिए कहा गया है। इसके अलावा इन्हीं लोगों की मदद से यदि बवाल होता है तो बवालियो को चिन्हित किया जाएगा।

जुम्मे पर रहा हाई अलर्ट

मेरठ दंगो को लेकर कुख्यात रहा है, चाहे 1987 का दंगा हो, 2 अप्रैल 2018 का दंगा हो या फिर सीएए एनआरसी को लेकर दंगा हो सब को लेकर मेरठ चर्चाओं में रहा है। ऐसे में पुलिस और जिला प्रशासन किसी भी तरह की कोई भी ढिलाई नहीं बरतना चाहता। जुम्मे को लेकर भी पुलिस अलर्ट मोड पर रही, पीएसी, आरआरएफ समेत कई अतिरिक्त पुलिस फोर्स को लगाया गया। ये अतिरिक्त फोर्स उस जगह लगाया गया जो शहर के संवेदनशील इलाकों में आते हैं।

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