- मेडा के खिलाफ कालोनी के लोगों ने किया कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर मंगलवार को साईधाम कॉलोनी वेलफेयर एसोसिएशन के दर्जनों सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए एसोसिएशन के सदस्यों को हो रही सभी समस्याओं के समाधान की मांग की।
ज्ञापन सौंपते हुए सदस्यों ने बताया कि, कंकरखेड़ा की सांईधाम कॉलोनी पर मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा कॉलोनी की बाहरी सुरक्षा दीवार (बाउंड्री) को बिना किसी वैधानिक कारण, पूर्व सूचना देकर बिना जनसहमति के ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि, यह कार्य न केवल प्रशासनिक दृष्टि से मनमाना, गलत है। जबकि, जनविरोधी भी है।
उन्होंने कहा कि, यह सीधे-सीधे सांईधाम कॉलोनी वेलफेयर एसोसिएशन का संवैधानिक अधिकारों का हनन भी है। उन्होंने कहा कि, भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 प्रत्येक नागरिक को प्राण और दैहिक स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करता है। इसका मतलब यह है कि, प्रत्येक व्यक्ति को भय एवं असुरक्षा से मुक्त होकर सुरक्षित जीवन जीने का मौलिक अधिकार है। लेकिन, उक्त दीवार गिरा दिए जाने के बाद से ही कॉलोनीवासियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए है।
जबकि, कॉलोनी चारों ओर से खेतों, झाड़ियों एवं निर्जन भागों से घिरी हुई है। जबकि, अगर बाउंड्री रोड को ध्वस्त कर दिया गया तो आवारा पशु, जंगली जीव-जंतु और असामाजिक तत्वों का प्रवेश कालोनी के अंदर होना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, जब से कालोनी की बाउंड्री को ध्वस्त किया गया है, तभी से महिलाएं, छोटे बच्चे एवं वृद्धजन निरन्तर भय, आशंका एवं असुरक्षा के वातावरण में जीवन यापन करने को विवश हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि, इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय, निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच तत्काल कराई जाए। जबकि, इस अविवेकपूर्ण कार्यवाही के लिए उत्तरदायी अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। वहीं, साथ ही कॉलोनीवासियों की सुरक्षा करने के लिए सुरक्षा-दीवार (बाउंड्री) का तत्काल पुनर्निर्माण और समुचित वैकल्पिक सुरक्षा व्यवस्था की जाए। जबकि, भविष्य में इस प्रकार की किसी भी कार्यवाही से पूर्व स्थानीय निवासियों को जनसुनवाई, परामर्श एवं पूर्व सूचना प्रदान किया जाना सुनिक्षित किया जाए।