संवाददाता, मेरठ। यूपी के मेरठ में आयकर विभाग की टीम ने गुप्ता ब्रदर्स और एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल के यहां छापेमारी की। टीम ने 32 घंटे तक गुप्ता ब्रदर्स के घर और 20 घंटे से अधिक ज्योति के आवास पर छानबीन की। खबरों के अनुसार ज्योति के घर से डेढ़ करोड़ की एफडी मिलने की चर्चा है। टीम को लैपटॉप से रिटर्न फाइल करने के साक्ष्य मिले हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
आयकर की टीम ने गुप्ता ब्रदर्स के घर पर 32 घंटे और आफिस पर 20 घंटे रिकार्ड खंगाला। एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल के आवास पर भी टीम ने 20 घंटे से ज्यादा छानबीन की। ज्योति के घर से डेढ़ करोड़ की बैंक एफडी मिलने की चर्चा हैं, जबकि गुप्ता ब्रदर्स के लैपटाप के अलावा अन्य रिकार्ड भी टीम को मिला है।
आयकर की टीम साक्ष्य जुटाने के बाद मंगलवार की दोपहर दो बजे लौट गई। हालांकि गुप्ता ब्रदर्स का कहना है कि उन्होंने अपने लैपटाप में आइटीआर तैयार जरूर की थी, लेकिन अभी तक भरी नहीं थी। इसलिए टीम 32 घंटे तक लगातार जांच पड़ताल करने के बाद लौट गई।
दिल्ली चुंगी गैस गोदाम के पास संजय गुप्ता का परिवार रहता हैं। उनके बेटे निखिल गुप्ता चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, जबकि बेटे प्रियम गुप्ता कंपनी सेक्रेटरी हैं। उनके यहां पर काम करने वाली ब्रह्मपुरी की एकाउंटेंट ज्योति अग्रवाल ने अपनी अलग फर्म खोलकर आइटीआर भरनी शुरू कर दी।
बताया जाता है कि गुप्ता ब्रदर्स और ज्योति अग्रवाल टीडीएस और जीएसटी रिटर्न कराने के लिए दो हजार से भी ज्यादा लोगों की एटीआर भर चुके हैं। उनकी आइडी और लैपटाप के आइपी ऐड्रस से रिटर्न फाइल करने के लिए आइटीआर भरी जा चुकी है।
आयकर की टीम ने देशभर में फर्जी आइटीआर भरकर रकम वापस लेने के मामले की जांच की। उसके बाद एक साथ दो सौ स्थानों पर छापामारी की गई। उसी कड़ी में निखिल गुप्ता और प्रियम गुप्ता के आफिस एवं आवास तथा ज्योति के आफिस पर एक साथ चार स्थानों पर सोमवार की सुबह छह बजे आयकर की टीम ने छापामारी की।
गुप्ता ब्रदर्स के आफिस में रात दो बजे तक सर्वे किया गया। बताया जाता है कि आफिस से आयकर की टीम को काफी साक्ष्य मिले हैं। रात दो बजे आफिस की छापामारी पर विराम लगा दिया था, जबकि घर पर बदस्तूर सर्च अभियान जारी रहा।
मंगलवार की दोपहर दो बजे तक गुप्ता ब्रदर्स के घर पर छानबीन चलती रही। छापामारी की कार्रवाई पूरा होने पर टीम वापस लौट गई। गुप्ता ब्रदर्स के लैपटाप और कंप्यूटर से आरटीआर के प्रमाण मिले हैं। वहीं एकाउंटेंट ज्योति के खाते से डेढ़ करोड़ की एफडी मिलने की चर्चा है।
प्रियम गुप्ता ने बताया कि मंगलवार की दोपहर दो बजे तक घर पर कार्रवाई हुई है। कंप्यूटर और लैपटाप से रिटर्न फाइल होने के प्रमाण नहीं मिले है। रिटर्न फाइल करने के लिए कंप्यूटर और लैपटाप में फाइल जरूर तैयार की गई थी। हमारे पास से आयकर टीम को कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है।