शारदा रिपोर्टर मेरठ। एंटी करप्शन की टीम ने मेरठ विकास प्राधिकरण के बाबू रामवीर सिंह बिष्ट को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन की तरफ से आरोपी बाबू के खिलाफ मुकदमा कायम कर दिया गया है टीम से पूछताछ कर रही है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के योगीपुरम में सेवा में नौकरी करने वाले एक व्यक्ति का परिवार रहता है। सैन्य कर्मी का जोधपुर में पोस्टिंग बताया जा रहा है। कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के योगीपुरम में उनका मकान बन रहा है। मकान की देखरेख सैन्यकर्मी के भाई प्रेमपाल करते हैं। करीब एक हफ्ते पहले एक युवक उनके निर्माणधीन मकान पर पहुंचा और काम रुकवा दिया।
उसने बताया कि उसका नाम राम सिंह बिष्ट है और वह मेडा से आया है। बिना नक्शे के मकान का निर्माण करना गैरकानूनी है। विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा। बताया जाता है कि प्रेमपाल ने उस व्यक्ति से समाधान पूछा तो उसने 25 हजार रूपए की मांग कर दी। प्रेम पाल ने मामले को बढ़ाने के बजाये 25 हजार रूपए उसे दे दिए।
आरोप है कि दो दिन बाद राम सिंह बिष्ट ने फिर प्रेमपाल से फोन कर अफसरों के नाम पर 25 हजार रूपए की मांग कर दी। लगातार फोन कर परेशान करने लगा। प्रेमपाल ने एंटी करप्शन से शिकायत की। आज राम सिंह बिष्ट ने प्रेमपाल को फ़ोन किया। एंटी करप्शन ने जाल बिछा दिया और शोभापुर चौकी के निकट प्रेमपाल की मदद से चपरासी राम सिंह बिष्ट को गिरफ्तार कर लिया।