कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के खैरासोल में एक प्राइवेट संस्था गंगारामचक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड (जीएमपीएल) कोयला खदान में सोमवार (7 अक्टूबर) दोपहर एक भयंकर हादसा हो गया। हादसे में सात खनिकों की मौत हो गयी है। वहीं सात अन्य घायल हो गए। स्थानीय प्रशासन विस्फोट के कारण भूस्खलन के बाद खदानों में अन्य खनिकों के फंसे होने की संभावना जता रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विस्फोट में मारे गए कुछ लोगों के शव टुकड़ों में बिखर गए। बीरभूम में कोयला खदान में विस्फोट से 7 मजदूरों की मौत व कई लोगों की हालत गंभीर बतायी जा रही है। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव अभियान में लगे एक अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कोयला उत्खनन के लिए आवश्यक विस्फोट आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन किए बिना लापरवाही से किए गए थे, जिस कारण यह दुर्घटना हुई।
इस बीच, पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है क्योंकि खनिकों के परिवार के सदस्य और अन्य स्थानीय लोग खदान के पास पहुंच गए हैं और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि विस्फोट होने के बाद उच्च प्रबंधन ने जिम्मेदारी लेने और बचाव और राहत उपायों की देखरेख करने के बजाय उस जगह को छोड़ दिया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए एक भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा है। विस्फोट में मारे गए लोगों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस की टीमें लगातार जांच में जुटी हुई हैं। खदानों में दबे लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है।