- सुल्तानपुर से बस में इटावा जा रही थी बारात, दस बाराती गंभीर घायल.
लखनऊ। बारातियों से भरी बस की ट्रक से भीषण टक्कर हो गई। हादसे में एक बाराती की मौत हो गई, जबकि 10 गंभीर घायल हो गए। बस सुल्तानपुर से इटावा जा रही थी। इसमें 35 लोग सवार थे। दुर्घटना में दोनों गाड़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे के बाद गाड़ियों को क्रेन की मदद से सड़क के किनारे किया गया और जाम खुलवाया गया। घटना बिजनौर थाना क्षेत्र स्थित किसान पथ पर मंगलवार शाम सात बजे हुई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को लोक बंधु अस्पताल पहुंचाया। यहां इलाज के दौरान सुल्तानपुर के लकहैता माफी गांव के राम अजोर यादव (76) ने दम तोड़ दिया।

वहीं घायलों की पहचान राजेश कुमार, साधुराम, अमरनाथ, लक्ष्मण यादव, वासुदेव, राजेश कुमार यादव, प्रदीप यादव, शकील, संतोष और संदीप कुमार के रूप में हुई। गंभीर घायल राजेश कुमार, साधुराम और अमरनाथ को पीजीआई ट्रॉमा- 2 रेफर किया गया है।
सरोजनी नगर कंट्रोल रूम को मंगलवार शाम 6:45 बजे घटना की सूचना मिली। कॉल करने वाले ने बताया कि आउटर रिंग रोड, अनूप खेड़ा में बस और ट्रक की टक्कर हुई है। कई लोग फंसे हैं। अग्निशमन अधिकारी धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में एक यूनिट तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। अधिकारियों ने तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
सुल्तानपुर से इटावा जा रही थी बारात
पुलिस ने बताया कि सुल्तानपुर के लकहैता माफी गांव के हेमंत यादव की शादी इटावा के अजबपुर गांव के रहने वाले चंद्रप्रकाश यादव की बेटी निधि यादव से तय हुई थी। 25 नवंबर को बारात जानी थी। बारात तय समय पर सुल्तानपुर से बस से इटावा के लिए रवाना हुई थी।
डिवाइडर पर चढ़ाया ट्रक
दूल्हे के मामा ने बताया कि शहीद पथ पर कट न होने की वजह से ट्रक ड्राइवर रॉन्ग साइड में आ गया। वह एक छोटे डिवाइडर पर ट्रक को चढ़ाकर रोड क्रॉस कर रहा था। बस ड्राइवर ने बहुत बचाने की कोशिश की, लेकिन टक्कर हो गई।
दूसरी गाड़ियों से बारात इटावा रवाना हुई
बारात के काफिले की दूसरी बस में सवार लल्लन प्रसाद ने बताया- हमारी बस आगे थी। लेकिन जैसे ही हमको एक्सीडेंट की सूचना मिली, हमारी बस घटनास्थल पर आ गई। हम आए तो देखा वहां पर मंजर बहुत भयावह था। लोग चीख-चिल्ला रहे थे। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। बारात में जा रहे दूसरे वाहनों से दूल्हे के साथ लोगों को इटावा रवाना किया गया। परिवार के कुछ लोग घायलों की देखभाल करने के लिए लोकबंधु और पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में रुके हैं।

