- 23 अक्टूबर को मेडिकल में डाक्टरों ने की थी तीमारदारों से मारपीट।
- आरोपियों के पक्ष में एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर बैठे जूनियर डाक्टर्स।
- ओपीडी सेवाएं रही प्रभावित, वार्डो में मरीजों को नहीं मिली चिकित्सा सेवाएं।
शारदा न्यूज़, मेरठ। लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में एक सप्ताह पहले हुए जूनियर डाक्टर्स व तीमारदारों के बीच विवाद का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। अपने साथियों के समर्थन में जहां जूनियर डाक्टर एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर रहे तो दूसरी ओर इसका असर मेडिकल के वार्डो मेंं भर्ती मरीजों पर पड़ा। ओपीडी नहीं चलने से यहां इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
– यह है प्रकरण
बीती 23 अक्टूबर की रात परीक्षितगढ़ का रहने वाला एक परिवार अपने छह साल के बच्चे को मेडिकल की इमरजेंसी मेंं इलाज के लिए लेकर पहुंचा था। इसी बीच तीमारदारों व जूनियर डाक्टर्स के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो जूनियर डाक्टर्स ने तीमारदारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। रात में ही मेडिकल प्रशासन ने तीन जूनियर डाक्टरों को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही डा. ज्ञानेश्वर टोंक की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित की थी। एक सप्ताह बाद कमेटी की जांच रिपोर्ट के बाद मेडिकल प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा।
– दो सौ जूनियर व सीनियर डाक्टर बैठे हड़ताल पर
प्रकरण को लेकर बुधवार को मेडिकल के एमबीबीएस प्रथम वर्ष व उनके सीनियर डाक्टर एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर बैठ गए। डाक्टर्स की मांग है मेडिकल प्रशासन ने जिन तीन जूनियर डाक्टरों को निलंबित किया है उन्हें बहाल किया जाए। इसके साथ ही तीमारदारों द्वारा एससी-एसटी एक्ट में दर्ज कराए मुकदमें को वापस लिया जाए।
– ओपीडी व मेडिकल चिकित्सा सेवाएं प्रभावित
जूनियर डाक्टर्स के हड़ताल पर जाने के बाद मेडिकल में ओपीडी सेवाओं पर इसका असर पड़ा। मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीजों को चिकित्सा सेवाएं नहीं मिली। इसके साथ ही नर्सिंग स्टॉफ भी नदारद मिला जिससे मरीजों की देखभाल करने वाला भी कोई नजर नहीं आया। हालांकि डाक्टर्स की हड़ताल अभी एक दिन की रही लेकिन उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगे नहीं माने जाने पर वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे। हालांकि पहले दिन इमरजेंसी में डाक्टर्स अपना काम करते रहे।
जूनियर डाक्टर्स एक दिन की सांकेतिक हड़ताल पर बैठे है। यह अपनी मांगों को लेकर कॉलेज के प्रिंसिपल को ज्ञापन सौपेंगे। अभी प्रिंसिपल ऑपरेशन थियेटर में है, जब डाक्टर्स उन्हें ज्ञापन सौंप देगें तभी आगे क्या करना है यह देखा जाएगा। – डा. वीडी पांडेय, मीडिया प्रभारी, मेडिकल कॉलेज, मेरठ।