स्कूल की तरक्की के लिए बलि देने को हुई मासूम की हत्या
कृतार्थ हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा: स्कूल प्रबंधक ने गला दबाकर मारा,
Trap of Tantra-Mantra in UP: हाथरस के रसगवां के डीएल पब्लिक स्कूल के छात्रावास में पढ़ने वाले कक्षा दो के 11 वर्षीय छात्र कृतार्थ की हत्या में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। कृतार्थ की हत्या तंत्र-मंत्र के लिए हुई थी। स्कूल प्रबंधक का तांत्रिक है। उसने अपने प्रबंधक बेटे को बताया था कि बलि देने से न केवल स्कूल तरक्की करेगा बल्कि उनके परिवार पर भी कोई मुसीबत नहीं आएगी।
प्रबंधक के पिता ने अपने बेटे और शिक्षक की मदद से कृतार्थ को रात में सोते वक्त हॉस्टल से उठवाया और जंगल की तरफ ले जाने लगे। इसी दौरान बच्चा जाग गया और रोने लगा। इस पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई।
बाद में प्रबंधक ने कृतार्थ के शव को अपनी गाड़ी में रखा और शव ठिकाने लगाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। जबकि कृतार्थ के पिता को फोन कर दिया कि उनके बेटे की तबीयत खराब है और डॉक्टर को दिखाने ले जा रहे हैं।
इसी दौरान परिवार वालों ने सादाबाद के पास प्रबंधक की गाड़ी रोक ली। गाड़ी में कृतार्थ का शव बरामद हो गया था। सहपऊ तहसील क्षेत्र के गांव रसगवां में स्थित डीएल पब्लिक स्कूल के कक्षा दो के छात्र कृतार्थ (11) की हत्या का खुलासा बृहस्पतिवार को पुलिस ने कर दिया है। कृतार्थ का शव 23 सितंबर को विद्यालय के प्रबंधक दिनेश बघेल की कार में सादाबाद में मिला था। उस वक्त दिनेश बघेल ने पुलिस को बताया था कि कृतार्थ की तबीयत खराब हो गई थी और वह उसे अस्पताल लेकर जा रहा था।
पहले सादाबाद दिखाया और फिर आगरा में। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया तो वह वहां से वापस लेकर आ रहा था। पुलिस ने भी दिनेश की कहानी को सही मान लिया और परिवार वालों की तसल्ली के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी कहानी ही बदल डाली।
रिपोर्ट के मुताबिक, कृतार्थ की गला दबाकर हत्या की गई। पुलिस ने उसी दिन से प्रबंधक को हिरासत में रखा। लेकिन हत्या क्यों और किसने की यह साफ नहीं हो पाया। स्कूल के बच्चों के भी बयान दर्ज हुए मगर पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई।
बाद में पता चला कि प्रबंधक दिनेश बघेल का पिता जसोदन तंत्र मंत्र करता है। इस पर दिनेश के पिता जसोदन निवासी रसगवां को हिरासत में ले लिया गया। जब कड़ाई से पूछताछ हुई तो परत दर परत खुलासा होता चला गया।
एएसपी अशोक कुमार के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जब हॉस्टल में सभी बच्चे सो गए तो स्कूल का शिक्षक राम प्रकाश सोलंकी रात को 12 बजे कृतार्थ के पास पहुंचा और सोते हुए उसे गोद में उठाकर बाहर आ गया।
इसी दौरान कृतार्थ की आंख खुल गई। वह रोने लगा। इस पर शिक्षक रामप्रकाश ने बच्चे के मुंह को दबा दिया और नीचे ले आए। इसी दौरान नीचे प्रधानाचार्य कक्ष के बाहर बिछे हुए तख्त पर लिटाकर गला दबा दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई।
इस घटना को अंजाम देने के दौरान कंप्यूटर शिक्षक वीरपाल उर्फ वीरू निवासी ग्राम बंका थाना मुरसान, प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह पुत्र राधेश्याम निवासी बढा लहरोली घाट थाना बल्देव जनपद खड़े होकर निगरानी करते रहे। वहीं जसोदन ने अपने प्रबंधक बेटे दिनेश बघेल को इस कृत्य के बारे में अवगत करा रखा था, जोकि बलि देने के बाद शव को गायब करने के लिए पूरी तरह से तैयार था। यह लोग शव को ठिकाने लगाने के लिए स्कूल से निकल गए जिन्हें बाद में शव के साथ ही पकड़ लिया गया था।
स्कूल के पास बलि देने की थी योजना
स्कूल से करीब 15 कदम दूर ट्यूबवेल की कोठरी में कृतार्थ की बलि देने की योजना थी। वहां रस्सी से गला दबाकर बलि देनी थी। पुलिस ने कोठरी से रस्सी धार्मिक तस्वीरें, एक चाभी बरामद की है।
तंत्र विद्या के चलते कृतार्थ की हत्या की गई है। इस मामले में विद्यालय प्रबंधक के पिता, प्रबंधक, प्रधानाचार्य, दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। – अशोक कुमार, एएसपी