आगरा। इकलौते बेटे की मौत के बाद जहां पूरा परिवार गम में डूबा हुआ था, तो वहीं पूरे गांव में भी शोक की लहर थी। मासूम की मौत से आहत ग्रामीणों के घर में चूल्हे तक नहीं सुलगे। वहीं गांव में जब मासूम के शव को लाया गया तो चीत्कार मच गया।
आगरा में इकलौते बेटे भोलू की मौत से मां श्रीदेवी और पिता नीरज का हाल बेहाल है। मां बार-बार बेटे भोलू को पुकार रही थीं। पिता रोये जा रहे थे। सोमवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव घर लाया गया तो कोहराम मच गया। मां बेटे का चेहरा देखना चाहती थी। मगर, शव ट्रक से कुचल गया था। इस कारण आखिरी बार मां बेटे का चेहरा नहीं देख सकी। उनको रोता हुआ देखकर गांव में हर आंख नम हो गई।
रविवार रात को मां के सामने भोलू को ट्रक ने रौंदा था। उसके सिर से नीचे का आधा भाग कुचल गया था। पुलिस ने किसी तरह शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शाम तकरीबन 4 बजे परिजन गांव गोरऊ में शव लेकर पहुंचे। शव देखकर मां बेहाल हो गई। उसे परिवार की महिलाओं ने संभाला।
पिता नीरज के आंसू नहीं रुक रहे थे। परिवार के लोगों ने बताया कि भोलू काफी चंचल था। गांव के पास ही एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता था। सोमवार से परीक्षा शुरू होने वाली थी। इस पर मां से कहकर गया था कि शादी में जाने के साथ तैयारी भी करेगा। वह घर परिवार ही नहीं गांव का भी लाडला था। श्रीदेवी बेटे को चाचा के घर ले जा रही थीं। उसे सुलाना चाहती थीं। मगर, तेज रफ्तार ट्रक शहर की तरफ से आया। एक ट्रक को ओवरटेक करते समय दूसरे ट्रक ने बेटे को कुचल दिया।