कहा- बेअसर कर दिया अमेरिका का 50 फीसदी टैरिफ.
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने एक बार फिर भारतीय अर्थव्यवस्था की शान में कसीदे गढ़े हैं। दुनिया की सबसे भरोसेमंद और प्रतिष्ठित संस्था ने यहां तक कहा है कि अमेरिका ने भले ही भारत पर 50 फीसदी का टैरिफ लगा दिया था, लेकिन जीएसटी सुधार जैसे कदम उठाकर इसके असर को भी बेअसर कर दिया गया है। अब यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है और उसकी तेज विकास दर की रफ्तार फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही है।

आईएमएफ ने कहा है कि वित्तवर्ष 2025-26 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है। साथ ही, उसने यह भी कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों से देश को अमेरिका के 50 फीसदी आयात शुल्क के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद है। आईएमएफ ने अपने कार्यकारी निदेशक मंडल द्वारा भारत के लिए वार्षिक आकलन पूरा करने के बाद कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। वित्त वर्ष 2024-25 में 6.5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि के बाद, वित्तवर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में वास्तविक जीडीपी में 7.8 फीसदी की वृद्धि हुई।
आईएमएफ ने कहा कि भविष्य में एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने की भारत की महत्वाकांक्षा को व्यापक संरचनात्मक सुधारों को आगे बढ़ाकर समर्थन दिया जा सकता है। यह उच्च संभावित वृद्धि का रास्ता साफ करेगा। आईएमएफ ने कहा कि बाहरी चुनौतियों के बावजूद, अनुकूल घरेलू परिस्थितियों के समर्थन से आर्थिक वृद्धि मजबूत बने रहने की उम्मीद है। मुद्राकोष ने कहा कि लंबे समय तक 50 फीसदी अमेरिकी शुल्क बने रहने को मानते हुए वास्तविक जीडीपी वृद्धि वित्तवर्ष 2025-26 में 6.6 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो वित्तवर्ष 2026-27 में घटकर 6.2 फीसदी पर आ जाएगी।


