काला चश्मा और सैटरडे जैसे गानों ने किया छात्रों को रोमांचित।
शारदा न्यूज़, मेरठ। गुनगुनी धूप में मधुर स्वरलहरियों से गूंजता आईआईएमटी विश्वविद्यालय परिसर, गानों पर झूमते छात्र-छात्राएं, हर गाने के बाद वंस मोर की उत्साहित आवाज सुनकर बार-बार रूक जाते गीतकार के कदम। एक ओर जहां छात्रों का उत्साह बढ़ता जा रहा था तो गीतकार भी उनका प्यार देखकर एक के बाद एक गाने गाते गये। अवसर था आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का जिसमें विख्यात गीतकार इंदीप बख्शी ने अपनी आवाज के जादू से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
काला चश्मा और सैटर डे- सैटर डे जैसे गानों से पहचान बनाने वाले सिंगर इंदीप बख्शी का शुक्रवार दोपहर को आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आगमन हुआ। उनके आने से पहले ही विश्वविद्यालय का मैदान उत्साहित छात्रों से भर चुका था। उत्साहित भीड़ को देख इंदीप बख्शी ने मंच पर पहुंच कर उन्हें सलाम किया तो छात्रों का उत्साह आसमान छू गया। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता ने इंदीप बख्शी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कुलाधिपति जी ने युवा गीतकार की प्रतिभा और उनके सरल स्वभाव की भरसक प्रशंसा की। विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ0 मयंक अग्रवाल ने कहा की युवा गीतकार इंदीप बख्शी ने जिस प्रकार इतनी कम उम्र्र में सफलता हासिल की है उससे छात्रों को प्रेरणा लेनी चाहिये। विश्वविद्यालय की कुलपति डा0 दीपा शर्मा व कुलसचिव डॉ0 वी0पी0 राकेश ने विश्वविद्यालय आगमन पर इंदीप बख्शी का आभार व्यक्त किया।
इसके बाद शुरू हुआ माहौल के रंगीन बनने का सिलसिला। कुड़ी सैटरडे-सैटरडे करदी से इंदीप बख्शी ने अपनी आवाज का जादू बिखरेना शुरू किया तो वो छात्रों के साथ शिक्षक भी झूम उठे। छात्रों का प्यार देखकर इंदीप बख्शी ने कहा की मै नहीं जाने वाला ऐसे, आपके प्यार की वजह से ही मैं यहां खड़ा हूं। इसके बाद काला चश्मा, तारे गिन-गिन याद ते, लड़की ब्यूटीफुल जैसे गानों ने समां बांध दिया। गानों के हर बोल पर छात्र-छात्राओं के कदम थिरकते रहे। वहीं उत्साहित छात्राएं नाचने के साथ इन हसीं पलों को अपने मोबाइल में कैद करने को बेताब रहीं। ‘अभी मैं जिंदा हूं’ गाने के साथ अलविदा लेने वाले इंदीप बख्शी ने जल्द ही आईआईएमटी विश्वविद्यालय आने का वादा छात्रों से किया।
आयोजन में कार्यक्रम संयोजक डीन डा0 सतीश कुमार, निदेशक प्रशासन डॉ0 संदीप कुमार, डायरेक्टर निर्देश वशिष्ठ, वित्त नियंत्रक नीरज मित्तल, डा0 वत्सला तोमर, गौरव राय, संतराम, ऐश्वर्या सक्सेना, पीयूष गुप्ता, विशाल शर्मा, अबिनाश सिंह चिब, ज्ञानप्रकाश व मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा का सहयोग रहा।