- इज्जत के लिए गला दबाकर मारा।
मुजफ्फरनगर। तीन जून की दोपहर 3:30 बजे एक युवती का पूरी तरह जला हुआ शव मिला। शव में कीड़े चल रहे थे, पहचान भी मुश्किल थी। पुलिस ने सोशल मीडिया और तकनीकी साक्ष्यों के जरिए शव की पहचान ग्राम जडवड़ निवासी सरस्वती के रूप में की। उसके इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर लगे फोटो और हाथ में पहने गए कड़े से पुलिस को पुष्टि करने में मदद मिली। सरस्वती हाल ही में गुड़गांव से गांव लौटी थी। पुलिस के मुताबिक, जब वह दोबारा जाने लगी तो पिता राजवीर, भाई सुमित और भाई का ट्रक साथी हरदयाल (निवासी रुड़की) ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को 5 किलोमीटर दूर कटिया के जंगल में ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया था।
वहीं आठ जून की रात पुलिस ने अधजले की गुत्थी सुलझा ली। महिला की हत्या करने वाले पिता और भाई को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार हत्यारोपी राजवीर सिंह पुत्र अमर सिंह (पिता) सुमित पुत्र राजवीर (भाई) तीसरा आरोपी हरदयाल फरार है, जल्द गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
पुलिस के अनुसार सरस्वती गुड़गांव में एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रही थी और वहीं अपने प्रेमी अमित के साथ रह रही थी। अमित भी उसी के गांव का रहने वाला है। वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है और एक छोटी नौकरी करता है। प्रेम प्रसंग के चलते सरस्वती की पहले भी दो शादियां टूट चुकी हैं। लेकिन वह अभी भी अपने प्रेमी के साथ रह रही थी, जो पिता और भाई को नहीं पसंद था। इसके चलते दोनों ने आॅनर किलिंग को अंजाम दे डाला।
2019 में पहली शादी भोपा क्षेत्र के मोरना गांव में हुई, लेकिन बिना तलाक टूटी। समाज के लोगों ने फैसला कर उसे वापस मायके भेजा। फिर 2022 में दूसरी शादी शामली के कुतुबगढ़ में हुई, लेकिन ये भी टूट गई। दोनों शादियों के टूटने के पीछे उसका अमित से प्रेम संबंध ही वजह बना।
पुलिस का कहना है कि शव बुरी तरह जल चुका था, मेडिकल रूप से बहुत कम जानकारी मिल सकी। लेकिन साक्ष्य के तौर पर सैंपल प्रिजर्व कर लिए गए हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने हत्या का खुलासा करने वाली टीम को 15 हजार का नकद इनाम दिया है।