नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को कहा कि अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच के लिए केंद्र द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। एयर इंडिया के विमान एआई-717 की भीषण दुर्घटना के चार दिन बाद, जिसमें 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, भारत सरकार के नेतृत्व वाली उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति ने सोमवार को विभिन्न संभावित सिद्धांतों पर विचार-विमर्श किया, जो दशकों में देश की सबसे भीषण हवाई दुर्घटना का कारण हो सकते हैं।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में गठित पैनल ने विमान दुर्घटना के संभावित कारणों के बारे में विभिन्न हितधारकों की राय सुनी। इसके अलावा, पैनल ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने पर भी चर्चा की।
नागर विमानन राज्य मंत्री मोहोल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एअर इंडिया 34 बोइंग-787 ड्रीमलाइनर विमान का परिचालन करती है, जिनमें से 12 की सुरक्षा जांच की गई है और अब तक कोई समस्या नहीं पाई गई है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण से दुर्घटना के कारणों के बारे में सुराग मिलेंगे।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (एआई 171) 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 230 यात्री और विमान कर्मी दल के 12 सदस्य सवार थे। दुर्घटना में विमान में सवार एक व्यक्ति बच गया, जबकि बाकी 241 लोगों की मौत हो गई। परिसर में भी 29 अन्य लोगों की हादसे में मौत हो गई।