टोल से फ्री में गुजर रहे वाहन, युवक को फर्जी नाम से नौकरी करते पकड़ा
शारदा रिपोर्टर मेरठ। परतापुर थाना क्षेत्र के काशी टोल प्लाजा पर किसान धरने पर बैठ गए हैं। किसानों ने टोल पर विरोध प्रदर्शन किया है। आरोप है कि टोल प्लाजा पर फर्जी नाम से एक कर्मचारी नौकरी करते पकड़ा गया। परतापुर स्थित कांशी टोल प्लाजा पर उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब किसानों ने आरोप लगाया कि टोल कर्मचारी अपना नाम और पहचान बदलकर नौकरी कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कांशी टोल प्लाजा पर शिफ्ट इंचार्ज के पद पर तैनात शुनमुन खान खुद को सुमित राणा बताकर काम कर रहा था। किसानों का कहना है कि जब एक किसान ने उसे सलाम करके नाम पूछा तो उसने अपना परिचय बदल दिया। शक होने पर किसानों ने उससे कागज और पहचान पूछी, तब मामला खुला।
इस घटना के बाद टोल प्लाजा पर भाकियू (टिकैत) के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान धरने पर बैठ गए। धरने में किसानों का हुक्का भी गुड़गुड़ा या वहीं कई टोल लेन ठप हो गईं। टोल की लेन नंबर 8, 9 और 10 पूरी तरह प्रभावित रहीं।
किसानों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी ने न केवल फर्जी नाम रखा, बल्कि किसानों से अभद्रता भी की। सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया और प्रशासन किसानों को शांत कराने में जुटा है। संगठन ने आरोप लगाया कि बुधवार देर रात दिल्ली से लौटते समय भाकियू के जिला उपाध्यक्ष सनी सिसोला और उनके परिवार की महिलाओं के साथ टोल कर्मचारी ने अभद्रता की।
टोल लाइनें 8, 9 और 10 की गईं फ्री
जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों भाकियू कार्यकर्ता सुबह टोल प्लाजा पहुंचे और विरोध जताते हुए टोल बूथ संख्या 8, 9 और 10 को फ्री कर दिया। इस दौरान दिल्ली से मेरठ आने वाले वाहन बिना शुल्क के गुजरते रहे।
कर्मचारी को मौके पर बुलाने की मांग
भाकियू जिलाध्यक्ष ने अभद्रता करने वाले कर्मचारी को मौके पर बुलाने और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामे के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस और टोल प्रशासन मौके पर मौजूद रहा।
लिखित माफीनामे के बाद शांत हुआ विवाद
टोल कर्मियों द्वारा लिखित माफीनामा देने के बाद भाकियू कार्यकर्ता शांत हुए और धरना समाप्त किया। धरना-प्रदर्शन करीब एक घंटे चला।टोल प्लाजा पर जाम, वाहन चालक परेशानहंगामे और टोल लाइनें फ्री होने से प्लाजा पर जाम की स्थिति बन गई। वाहन चालकों को आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।