शारदा रिपोर्टर मेरठ। विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार में दिव्यांग कल्याण समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में हौसलों की उड़ान नामक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान कई जिलों से आए उन दिव्यांगजनों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने हौसलों की उड़ान दिखाते हुए देश के लिए बढ़-चढ़कर कार्य किया और पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन करते हुए एक मिसाल बन गए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मंत्री सुनील भराला ने बताया कि, राष्ट्रीय दिव्यांग रत्न अवार्ड 2025 को आम दिन नहीं है। क्योंकि, वह दिव्यांग जन ही है, जो संकल्प और आत्मबल से हर चुनौती को जीतने की क्षमता रखते हैं। दिव्यांग जन की संकल्प शक्ति और आत्मबल को पूरा विश्व स्वीकार करता है। उन्होंने कहा कि, थोड़ी सी सहायता मिलने पर दिव्यांग जन असाधारण कार्य को भी आसानी से कर सकते हैं। कई बार परिवार अनजाने में दिव्यांग बच्चों की उपेक्षा कर देते हैं, जिससे वे कुंठा का शिकार हो जाते हैं। अगर उन्हें थोड़ा भी साथ मिल जाए तो वे जीवन में बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
समारोह में दिव्यांग जनों को ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, कान की मशीन सहित विभिन्न सहायक उपकरण प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में हर साल की तरह अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग व्यक्ति दिवस 2025 मनाया जा रहा है। यह दिन दिव्यांग जनों के अधिकारों और देश में सभी की तरह सम्मान देने का खास अवसर है। इस दुनिया में हर कोई व्यक्ति एक जैसे नहीं है परफेक्ट नहीं है। किसी के शरीर का एक अंग काम नहीं करने से वह कोई मजाक या उपेक्षा का पात्र नहीं बन सकता है। उस व्यक्ति को विशेष स्थान और अधिकार मिले, यह देश का कर्तव्य होना चाहिए।