समीर ने दर्ज किया केस
समीर वानखेड़े का दावा है कि ‘द बैड्स ऑफ बॉलीवुड’ वेब सीरीज में जो चित्रण किया गया है, उसमें उन पर मानहानि हुई है। कोर्ट ने प्रतिवादियों (नेटफ्लिक्स और रेड चिलीज) को निर्देश दिया है कि वे इस आरोप का जवाब दाखिल करें और साथ ही उस याचिका पर भी जवाब दें जिसमें कथित मानहानि वाले कंटेंट को विभिन्न वेबसाइटों से हटाने की मांग की गई है। हालांकि, अदालत ने अभी तक कोई अंतरिम निषेधाज्ञा आदेश जारी नहीं किया है।
कोर्ट ने पहले लगाई थी वानखेड़े को फटकार
यह मामला न्यायमूर्ति पुरुषेंद्र कुमार कौरव की अदालत में सूचीबद्ध है। वानखेड़े की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप सेठी पेश हुए और अपने संशोधित याचिका पर न्यायालय का ध्यान आकर्षित किया। इस मुकदमे की पिछली सुनवाई में अदालत ने वानखेड़े को दिल्ली में मुकदमे की विचारशीलता स्पष्ट करने के लिए एक संशोधित मुकदमा दाखिल करने का निर्देश दिया था।
नेटफ्लिक्स के वकील ने रखा पक्ष
नेटफ्लिक्स की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव नैयर ने अपना पक्ष रखा और तर्क दिया कि सभी प्रतिवादियों (शाहरुख / रेड चिलीज़ और नेटफ्लिक्स) एक ही स्थान पर नहीं रहते, जिससे कुछ दायित्व और अधिकार सवालों के घेरे में आ सकते हैं। अदालत ने प्रतिवादियों से कहा कि वे उस याचिका पर अपना जवाब जमा करें, जिसमें वानखेड़े ने कथित मानहानि वाले कंटेंट को हटाने की मांग की है। साथ ही सुनवाई के अगले चरण के लिए अगली तारीख 30 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है।