एजेंसी, नई दिल्ली। शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के रक्षा मंत्री डोंग जुन से किंगदाओ में मुलाकात की। इस मुलाकात में राजनाथ सिंह ने साफ शब्दों में चीन को संदेश दिया कि दोनों देशों को किसी भी नए तनाव से बचना चाहिए और सीमा पर शांति बनाए रखना जरूरी है।
बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर भी बातचीत हुई. यह यात्रा पिछले छह वर्षों से स्थगित थी। राजनाथ सिंह ने अपनी पोस्ट में बताया कि अब यह यात्रा दोबारा शुरू होने जा रही है।
गौरतलब है कि यह यात्रा पहले 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण रोकी गई थी, लेकिन इसके बाद लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सैन्य टकराव के चलते यात्रा को फिर से शुरू नहीं किया जा सका। राजनाथ सिंह का यह संदेश ऐसे समय में आया है जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अब भी पूरी तरह सुलझा नहीं है। उनकी इस मुलाकात को दोनों देशों के बीच बातचीत और शांति बहाली की दिशा में एक जरूरी कदम माना जा रहा है।
राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष को बिहार की एक मधुबनी पेंटिंग भी भेंट की। यह पारंपरिक कला शैली, जिसे मिथिला पेंटिंग के नाम से भी जाना जाता है, बिहार के मिथिला क्षेत्र से जुड़ी है। इस कला की खासियत बारीक रेखांकन, चमकदार रंगों, खूबसूरत पैटर्न और जनजातीय आकृतियों में होती है। मधुबनी चित्रकला अपनी जीवंत मिट्टी जैसे रंगों और विशिष्ट डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध है।