– भगत सिंह और महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर सेमिनार आयोजित।
– अन्याय और गलत काम में सहयोग करना भी उतना ही अपराध।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती तथा महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर एक भव्य वैचारिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता चौधरी यशपाल सिंह ने की और संचालन डॉ. दीपक शरण मोरल एवं दीपक पंवार ने किया। कार्यक्रम का मुख्य विषय रहा—देश, विश्वविद्यालय और संस्थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा यह विमर्श कि यदि आज महात्मा गांधी और भगत सिंह जीवित होते तो इस समस्या का समाधान किस प्रकार करते।
एडवोकेट आदेश प्रधान ने कहा कि आज भ्रष्टाचार सबसे बड़ा शत्रु बन चुका है। गांधी जी ने हमेशा कहा था कि अन्याय और गलत काम में सहयोग करना भी उतना ही अपराध है। यदि वे आज होते तो निस्संदेह वे भ्रष्टाचार विरोधी सत्याग्रह शुरू करते और जनता से आह्वान करते कि वह रिश्वत और अन्य गलत प्रवृत्तियों के आगे न झुके।
डॉ. स्नेहवीर पुंडीर ने कहा कि भगत सिंह और गांधी दो अलग-अलग रास्तों के यात्री थे, लेकिन उनकी मंजिल एक ही थी—भारत को भ्रष्टाचार, अन्याय और गुलामी से मुक्त कराना। भगत सिंह युवाओं को साहस और क्रांति का संदेश देते हैं जबकि गांधी जी सत्य और नैतिकता का। यदि आज वे होते तो वे मिलकर कहते कि भ्रष्टाचार किसी विदेशी शासन से भी बड़ा खतरा है क्योंकि यह भीतर से राष्ट्र को खोखला कर रहा है।
डॉ. रविंद्र राणा ने कहा कि गांधी और भगत सिंह की वैचारिकता भले ही अलग दिखाई देती हो, परंतु दोनों का उद्देश्य एक ही था—भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराना।
मेजर हिमांशु ने कहा कि जिस प्रकार भगत सिंह और उनके साथियों ने फांसी के फंदे को हंसते-हंसते गले लगाया और गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के बल पर साम्राज्य को झुकाया, उसी प्रकार आज हमें भ्रष्टाचार रूपी दुश्मन से लड़ना होगा।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि दीपक पवार भारी संख्या में छात्रों और युवाओं को अपने साथ लेकर आए और पूरे आयोजन में नेतृत्वकारी भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजयराज शर्मा (सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक), चौधरी यशपाल , मोहम्मद अब्बास (पूर्व मंत्री), मुखिया गूजर, रालोद छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव बालियान, नवीन शर्मा, एडवोकेट शक्तिराज सिंह जी, एडवोकेट कपिल मलिक, भावेश , विजित तालियान आदि शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपक शरण मोरल जी और दीपक पंवार जी ने किया। विजय राणा, चीकू महामंत्री, दुष्यंत तोमर, अंकित चौधरी, शुभम महामंत्री, आकाश भड़ाना, अनुज भड़ाना, शशिकांत गौतम, अवनीश काजला, विजित तालियान, मनीष सिरोही सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।