– हिन्दू स्वाभाविक परिषद ने नगर निगम में प्रदर्शन कर सौँपा ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। गोशाला में दो टीन-शेड में 640 गोवंशों को चारा नहीं मिला। 35 लाख रुपये प्रतिमाह खर्च का कोई हिसाब नहीं मिला। जांच में अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई तो मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा। इस दौरान कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को दंडित भी किया गया। लेकिन अब भी गौवंश मरने की कगार पर है। यह कहना है पीड़ित अमित भारद्वाज का।
शुक्रवार को हिन्दू स्वाभिमान परिषद एवं गुरु गोरखनाथ सेवा समिति के दर्जनों सदस्यों ने नगम निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग की।
इस दौरान हिन्दू स्वाभाविक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अमित भारद्वाज ने बताया कि, करीब 10 दिन पहले का पहले सूरजकुन्ड मेरठ स्थित गी- ट्रामा सेन्टर निरीक्षण किया गया था। जिसमे वहां जितने भी गौवंश थे सभी की हालत बहुत ही दयनीय थी। जिसके विषय में समाचार पत्रो में भी प्रकाशित हुआ था।
ड्रामा सेन्टर में हमे निरीक्षण के समय कोई भी दवा अथवा ग्लूकोज तथा अन्य कोई भी दवाई वहाँ मौजूद नहीं थी। जबकि, सफाई व्यवस्था भी शून्य थी, चोटिल गोवंशी को दवाई के आभाव में कीडे पड रहे थे और ट्रामा सेन्टर में न तो कोई वेन्टीलेशन की व्यवस्था थी न ही कोई वहां मौजूद मिला।
उन्होंने कहा कि, इस प्रकार की व्यवस्था से साफ प्रतीत होता है कि, वहाँ ट्रामा सेन्टर में गौमाता की देखभाल के नाम पर केवल दिखावा मात्र और भ्रष्ट्राचार हो रहा है।
कहा कि, गौवंश के लिए बजट भी भ्रष्ट्राचार की ही भेट चढ़ रहा है। जबकि, सबकुछ जानते हुए भी नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी आंखें मूंदे बैठे हैं। जिसे हिन्दू स्वाभाविक परिषद कभी भी बर्दास्त नहीं करेगा। प्रदर्शन कर रहे कार्यकतार्ओं ने साफ कहा कि, जब तक गौ माता की देखभाल के लिए अधिकारी और कर्मचारी आगे नहीं आएंगे, तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।



