– पूर्व जांच अधिकारी का आगरा ट्रांसफर, एसडीएम, सीओ और एसएचओ दर्ज करा चुके हैं बयान।
संभल। हिंसा मामले की जांच अब सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार को सौंपी गई है। एडीएम प्रदीप वर्मा ने यह जिम्मेदारी दी है। पहले यह जांच डिप्टी कलेक्टर बहजोई दीपक चौधरी कर रहे थे, जिनका आगरा ट्रांसफर हो गया है। यह जांच 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद और श्रीहरिहर मंदिर सर्वे के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी है। 8 महीने की जांच में एसडीएम, सीओ और कोतवाली संभल व नखासा इंस्पेक्टर के बयान दर्ज किए गए हैं। आम लोगों को बयान के लिए कई बार बुलाया गया, लेकिन कोई नहीं आया।
योगी सरकार ने इस मामले में एक त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग बनाया है। इसमें रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा, यूपी के पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व आईएएस अमित मोहन प्रसाद शामिल हैं।
19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने चंदौसी कोर्ट में दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। उसी दिन शाम को पहले चरण का और 24 नवंबर को दूसरे चरण का सर्वे हुआ। सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई और कई गाड़ियां जला दी गईं।
पुलिस ने 96 अभियुक्तों को जेल भेजा है। इनमें तीन हत्यारोपी, तीन महिलाएं और मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट शामिल हैं। एसआईटी ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क समेत 23 लोगों के खिलाफ 12 मुकदमों में चार्जशीट दाखिल की है। सांसद पर दर्ज एफआईआर 1128 पेज की है।