– आजाद अधिकार सेना के कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय में सौंपा ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। श्यामनगर स्थित अस्पताल में ईलाज के दौरान महिला की हालत खतरे में डालने वाली लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में मंगलवार को आजाद अधिकार सेना ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि श्याम नगर, मेरठ निवासी शाहरुख की पत्नी सबा को 29 अगस्त को एनएस अस्पताल, श्याम नगर में पेट में रसोली के आॅपरेशन के लिए भर्ती कराया गया था। 30 अगस्त को डॉ. आरोषि ने आॅपरेशन किया। आॅपरेशन के बाद सबा को होश आने पर सांस लेने में गंभीर परेशानी होने लगी। सबा की हालत बिगड़ती देख शाहरुख ने डॉक्टर को सूचित किया। आरोप है कि, डॉक्टर ने आश्वासन दिया कि, आॅपरेशन के बाद थोड़ी तकलीफ सामान्य है। इसके बावजूद राबा की तबीयत लगातार बिगडती गई।
आरोप है कि डॉ. आारोषि ने रात में दोबारा आॅपरेशन किया और आश्वासन दिया कि सब कुछ ठीक है। जल्द ही मरीज को घर भेज दिया जाएगा। लेकिन अगले दिन भी सबा की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। जांच में फेफड़ों, किडनी एवं अन्य अंगों में गंभीर संक्रमण (इंफेक्शन) पाया गया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिए और मरीज को कहीं और ले जाने को कहा। इसके बाद अस्पताल ने 42,000 रुपये का बिल एवं दवाइयों का अतिरिक्त बिल थमा दिया, साथ ही कहा कि भुगतान के बिना मरीज को नहीं ले जाया जा सकता।
शाहरुख ने बताया कि उसने किसी तरह पत्नी को सबा को अस्पताल से निकालकर दूसरे आरएम अस्पताल, मेरठ में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने 24 घंटे का समय दिया है। यह घटना एनएस अस्पताल की चिकित्सकीय लापरवाही, अवैध प्रथाओं एवं फर्जी डॉक्टरों की उपस्थिति को दशार्ती है।
आजाद अधिकार सेना के मंडल अध्यक्ष मास्टर अब्दुल अजीज ने कहा कि एनएस अस्पताल पर तत्काल सीलिंग और प्रबंधन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए और डॉ. आरोषि एवं संबंधित स्टाफ के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच की जाए।