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पर्यावरण युवा संसद में ऐलान: एक्यूआई का शमन सामूहिक दायित्व

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पर्यावरण युवा संसद में ऐलान: एक्यूआई का शमन सामूहिक दायित्व
  • वायु प्रदूषण रोकथाम के लिए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। सीसीएसयू मेरठ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2024 में पर्यावरण संरक्षण और वायु प्रदूषण जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर गंभीर विमर्श हुआ। इस आयोजन का नेतृत्व पर्यावरण अधिकारी प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता पर्यावरण नोडल अधिकारी चौधरी चरण सिंह विवि, मेरठ ने किया।

कार्यक्रम में 56 छात्रों ने वायु प्रदूषण के शमन और रोकथाम के लिए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु सख्त कार्यान्वयन और वैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता पर जोर दिया। छात्रों ने वायु प्रदूषण के स्रोतों के विभाजन, हॉट स्पॉट्स की पहचान और कार्यों की प्राथमिकता तय करने की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वायु गुणवत्ता निगरानी के लिए एक कुशल और प्रभावी नेटवर्क का विकास किया जाए, जिससे एक व्यापक और विश्वसनीय डेटाबेस तैयार किया जा सके।

विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा के विषय पर छात्रों ने विचार रखा कि स्थानीय स्तर पर ऊर्जा समाधान को अपनाना न केवल समुदायों को सशक्त करेगा, बल्कि केंद्रीकृत ग्रिड पर निर्भरता कम करने और हरित ऊर्जा की ओर तेजी से बढ़ने में भी मददगार होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि नवीकरणीय ऊर्जा का विकेंद्रीकरण हमारे पर्यावरणीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक अनिवार्य कदम है। महाकुंभ: आध्यात्मिक समागम है पर्यावरण चुनौती नहीं? पर छात्रों ने महाकुंभ जैसे विशाल आयोजनों से होने वाले पर्यावरणीय प्रभाव पर विचार विमर्श किया।

छात्रों ने इस बात पर भी ध्यान केंद्रित किया कि केवल पीएम 10 और पीएम 2.5 जैसे प्रदूषकों को नियंत्रित करने तक सीमित न रहकर, एनएएक्यूएस के तहत चिन्हित 12 प्रदूषकों के समग्र प्रबंधन के लिए एक समर्पित कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए। इस आयोजन का मूल्यांकन डॉ. पायल अग्रवाल, डॉ. धीरज कुमार (सहायक प्रोफेसर, हंसराज कॉलेज, दिल्ली विवि), और डॉ. साम्या दास (सहायक प्रोफेसर, शिवाजी कॉलेज, दिल्ली विवि) द्वारा किया गया। इन विशेषज्ञों ने छात्रों के विचारों और प्रस्तुतियों का गहराई से विश्लेषण किया और उनके प्रयासों की सराहना की।

छात्रों को पर्यावरणीय समस्याओं को समझने और उनके समाधान पर काम करने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन छात्रों के विचारों और नवाचारों को एक मंच प्रदान करने में सफल रहा, जिससे न केवल वायु प्रदूषण से निपटने के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश मिलेंगे, बल्कि पर्यावरणीय संरक्षण के प्रति युवाओं की भागीदारी भी बढ़ेगी।

राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2024 अपने उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम रहा और भविष्य में ऐसे और आयोजन आयोजित करने की प्रेरणा प्रदान की। सीसीएसयू के पास शैक्षणिक उत्कृष्टता के अलावा पर्यावरण मैत्री दृष्टिकोण का एक मजबूत रिकॉर्ड है। इसे 2020 और वर्ष 2022 में आयोजित पीएसजी संचालित एनईवाईपी कार्यक्रमों में राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ वक्ता और नेता पद का गौरव प्राप्त हुआ है, जो क्रमश: राष्ट्रीय संसद भवन, नई दिल्ली और विधान भवन, नागपुर में आयोजित हुए थे।

 

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