मेरठ। 30 दिसंबर को नगर निगम बोर्ड बैठक में हंगामे के बाद मारपीट के मामले में भाजपा द्वारा दी गई तहरीर में एआइएमआइएम के दो और मुस्लिम लीग के एक पार्षद का नाम आने पर सियासत शुरू हो गई है। एआइएमआइएम के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने पत्रकारवार्ता में जेल भरो आंदोलन और डीएम-एसएसपी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता के दबाव में पार्टी के पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई की गई तो वह हचुप नहीं बैठेंगे।
जिमखाना स्थित अपार चेंबर में प्रेसवार्ता के दौरान नगर निगम बोर्ड बैठक और बाहर हुई मारपीट के फोटो दिखाते एआइएमआइएम के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने भाजपा पार्षदों पर गंभीर आरोप लगाए। इस दौरान महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने कहा कि भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है क्योंकि 2024 का चुनाव नजदीक है। कहा कि मारपीट के मामले में भाजपा महानगर अध्यक्ष कई बार मुस्लिम पार्षदों का नाम ले चुके हैं। वह भाजपा महिला पार्षदों के साथ अभद्र भाषा या उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा रहे है जो पूरी तरह बेबुनियाद है। इस दौरान नगर निगम बोर्ड की कार्यवाही की वीडियोग्राफी को सार्वजनिक करने की मांग की। कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान वीडियोग्राफी के साथ छेड़छाड़ भी हुई होगी। महानगर अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट कहा है कि अनुसूचित जाप्ति के पार्षदों के साथ खड़े रहना है। जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी आ सकते हैं।
एआइएमआइएम के पूर्व महापौर प्रत्याशी मोहम्मद अनस ने कहा कि भाजपा के नेताओं ने अनुसूचित जाति के पार्षदों के साथ मारपीट को छुपाने के लिए भाजपा नेता विवाद को दूसरा रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीत करना बंद करे। शहर के विकास के लिए काम करे। कहा कि डीएम कार्यालय के सामने विपक्ष के ज प्रदर्शन और आजाद समाज पार्टी की होने वाली महापंचायत में शामिल होंगे। भाजपा के खिलाफ विपक्ष एकजुट कि रहेगा। प्रेसवार्ता के दौरान नगर निगम क बोर्ड बैठक और बाहर हुई मारपीट के फोटो भी दिखाते हुए पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग की। इस दौरान पार्षद फजल करीम, शाहिद अंसारी व दिलशाद सैफी मौजूद रहे।