- जानी के पास नहर में फेंका सिर।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। छात्रा आस्था उर्फ तनिष्का की हत्या का पुलिस द्वारा खुलासा कर दिया गया है। इस हत्याकांड ने फिर एक बार पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। जिस मां ने जन्म दिया, उसी ने अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। आज पुलिस लाइन में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने प्रेस कांफ्रेंस कर हत्याकांड की सच्चाई बताई।
एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा ने बताया कि हत्या दादरी स्थित घर में हुई थी। इसके बाद आस्था के ममेरे और मौसेरे भाइयों ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की साजिश रची। उन्होंने आस्था के शव को कार में रखा और मेरठ लाकर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। धड़ को बहादुरपुर के रजवाहे में फेंका गया, जबकि सिर को जानी क्षेत्र की गंग नहर में फेंक दिया गया।
पुलिस ने जब शव की जेब से मिले मोबाइल नंबर की जांच की तो उसकी पहचान दादरी निवासी आस्था के रूप में हुई। मां, नाबालिग भाई और दो ममेरे भाइयों को हिरासत में लिया गया। फिलहाल, पुलिस गंग नहर में सिर की तलाश में सर्च आॅपरेशन चला रही है। फोरेंसिक टीम ने भी जांच में कई साक्ष्य जुटाए हैं।
दौराला के दादरी गांव निवासी आस्था उर्फ तनिष्का (17) बुधवार को करीब दोपहर एक बजे अपने दोस्त से फोन पर बात कर रही थी। मां राकेश देवी ने बेटी आस्था से फोन छीन लिया। इस बात को लेकर मां-बेटी में हाथापाई हो गई। इसके बाद राकेश देवी ने आस्था की गला दबाकर हत्या कर दी। मां ने इस बारे में अपने भाइयों को बताया। वह भी कार से महरौली गांव से दादरी पहुंचे। ममेरे भाई, दो मामा और मौसेरे भाई ने आस्था का शव ठिकाने लगाने की योजना बनाई। धारदार हथियार से छात्रा का सिर काटा और उसका धड़ परतापुर के बहादरपुर रजबहे में फेंककर चले गए।
छात्रा की सलवार की जेब में एक मोबाइल नंबर लिखा कागज का टुकड़ा पुलिस को मिला। पुलिस ने उक्त नंबर पर कॉल की। यह दौराला क्षेत्र के नंगली साधारण निवासी किशोर का था। पुलिस ने किशोर से पहचान कराई। उसने छात्रा को दोस्त बताया।
फोन पर लगातार बातचीत की बात भी कही। इसके बाद पुलिस छात्रा के घर दादरी गांव में पहुंची। यहां छात्रा की मां राकेश देवी और नाबालिग दो भाइयों से आस्था के बारे में जानकारी ली। परिजन आस्था की गुमशुदगी, उसकी तलाश के प्रयास सहित कई सवाल के जवाब नहीं दे पाए।
पुलिस ने छात्रा की हत्या के शक में मां, भाई, दो मामा, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू व दोस्त को हिरासत में ले लिया। आस्था के मामा कमल और समरपाल सिंह परतापुर थानाक्षेत्र के महरौली गांव के निवासी हैं। यह घटनास्थल के पास वाला ही गांव है। जब सभी से सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्याकांड का खुलासा हो गया।