- धन सिंह कोतवाल की जयंती पर सपाइयों सहित गुर्जर समाज के नेताओं ने किया नमन.
शारदा रिपोर्टर मेरठ। गुरुवार को जनक्रांति के महानायक धन सिंह कोतवाल की जयंती के अवसर पर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकतार्ओं ने मवाना अड्डे के पास लगी प्रतिमा पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान जिलाध्यक्ष कर्मवीर सिंह गुमी ने बताया कि, 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम का उद्भव मेरठ की क्रांतिकारी धरा से हुआ था। इस जनक्रांति के जननायक बनकर उभरे थे अमर शहीद धन सिंह कोतवाल। मेरठ सदर बाजार कोतवाली में तैनात ग्राम पांचली खुर्द के रहने वाले कोतवाल धन सिंह गुर्जर का जन्म 27 नवंबर 1814 को हुआ था। उन्होंने 10 मई 1857 को ब्रिटिश विरोधी जनक्रांति में अहम भूमिका निभाई थी।

उन्होंने कहा कि, पूर्व योजना के तहत विद्रोही सैनिकों और धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में पुलिस फोर्स ने अंग्रेजों के विरुद्ध साझा मोर्चा गठित कर क्रांतिकारी घटनाओं को अंजाम दिया था। सदर बाजार की सशस्त्र भीड़ और सैनिकों ने कई स्थानों पर एक साथ विद्रोह किया था। धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में भीड़ ने मारो फिरंगी का घोष कर सदर बाजार और कैंट क्षेत्र में अंग्रेजों का कत्लेआम किया।
गत 3 जुलाई 2018 को प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने सदर थाना परिसर में धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण किया था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि, धन सिंह की वजह से पुलिस महकमा गौरवान्वित है। धन सिंह कोतवाल जैसी कुबार्नी किसी अन्य पुलिस कर्मी ने दी हो, ऐसा उन्होंने अपने कार्यकाल में कहीं नहीं देखा।
उन्होंने कहा कि, ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जंग छेड़ने वाले इस जांबाज का नाम महकमे में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा। गत 12 अगस्त 2018 को पूर्व राज्यपाल रामनाईक एवं उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सीसीएस यूनिवर्सिटी परिसर में धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण किया था।



