spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Tuesday, December 23, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशMeerutसुबह हो या शाम, पूरा दिन मेरठ झेल रहा जाम

सुबह हो या शाम, पूरा दिन मेरठ झेल रहा जाम

-

– शहर में बद से बदतर होते जा रहे यातायात के हालात, हर चौराहे और मार्ग पर निकला मुश्किल।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर के हालात यातायात व्यवस्था को लेकर इस समय सबसे ज्यादा खराब है। ऐसे हालात शायद ही कभी रहे हों। पहले शहर में चुनिंदा स्थान थे, जहां जाम लगता था। लेकिन शहर में हो रहे अनियोजित विकास कार्यों के साथ ही ट्रैफिक नियंत्रण का बेकार प्लान जाम के झाम को घटाने के बजाए और ज्यादा बढ़ा रहा है।

 

 

गुरूवार सुबह दिल्ली रोड जाम हो गया। डिवाइडर के दोनों तरफ ही लोग जाम से ऐसे जूझे कि दस मिनट का रास्ता तय करने में पचास मिनट लग गए। डिवाइडर कट पर किसी पुलिसकर्मी की ड्यूटी न होने से एक दूसरे से पहले निकलने की होड़ ने जाम को ऐसा उलझाया कि जब जाम खुलवाने पुलिस पहुंची और उनके भी पसीने छूट गए।

 

 

ऐसे ही हालात रोजाना जेलचुंगी चौराहा, साकेत चौराहा, कचहरी मार्ग, बच्चा पार्क, ईव्ज चौराहा, हापुड़ अड्डा चौराहा, गांधी आश्रम चौराहा के साथ विक्टोरिया पार्क नाले के पास नजर आते हैं। यहां के हालात इतने बदतर हैं कि ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगाए जाने वाले सिपाही भी थककर व्यवस्था रामभरोसे छोड़कर एक तरफा खड़े हो जाते हैं।

कंट्रोल करने वाले खुद ही दे रहे जाम को बढ़ावा: शहर के जाम को बढ़ावा देने का मुख्य काम इन दिनों ट्रैफिक पुलिस कर रही है। पता नहीं कौन से ट्रैफिक के नियम हैं कि चौराहों को तिराहा बनाकर ट्रैफिक कंट्रोल किया जा रहा है। जेलचुंगी चौराहा पर विक्टोरिया पार्क की तरफ से आने वाले वाहन सीधे परीक्षितगढ़ मार्ग पर नहीं जा सकते हैं। उन्हें एक किमी बांए जाकर यूटर्न लेकर वापस आना पड़ता है। जबकि मौके पर अगर गंभीरता से देखा जाए तो यदि इस चौराहे को खोल दिया जाए तो आसानी से ट्रैफिक कंट्रोल हो सकता है। लेकिन इस चौराहे पर ड्यूटी देने वाले सिपाही चारों रास्तों पर खड़े होकर ट्रैफिक कंट्रोल करने के बजाए उगाही पर ज्यादा फोकस करते हैं। इसी के चलते एक रास्ता बंद कर जाम को और ज्यादा बढ़ाया जा रहा है।

 

 

निर्माण कार्य बने सबसे बड़ी बाधा

शहर में इस समय हर जगह खुदाई और निर्माण का काम चल रहा है। शहर में निकलो तो लगता है कि मानों पूरा शहर ही खोद डाला गया हो। पूरे कार्यकाल में शांत रहा नगर निगम अब अंतिम समय में शायद पूरे शहर का निर्माण करना चाहता है। लेकिन इस योजना से शहर को एक तरह से जाम करके रख दिया गया है। सुबह से लगने वाला जाम रात तक नजर आता है। जिससे आम जनता त्रस्त है।

प्रदूषण को भी दे रहा बढ़ावा

हर मार्ग और चौराहे पर लगने वाले जाम से प्रदूषण की समस्या भी गंभीर होती जा रही है। वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण चौराहों के पास रहने वाले लोग और दुकानदार प्रदूषण की मार अलग से झेल रहे हैं।

 

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

4,000,000FansLike
100,000SubscribersSubscribe

Latest posts