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Wednesday, December 3, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशLucknowUP Weather: प्रदेश में नजर आने लगा शीतलहर का असर

UP Weather: प्रदेश में नजर आने लगा शीतलहर का असर

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आने वाले दिनों में और गिर सकता है न्यूनतम पारा, बिजनौर रहा सबसे ठंडा जिला

लखनऊ। दिसंबर आते ही मौसम में सर्दी का असर दिखने लगा है। बीते दो दिनों से चल रही पछुआ हवाओं का असर मौसम पर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार सर्दी का असर ज्यादा पड़ने के आसार हैं। इस साल दिसंबर से लेकर फरवरी के बीच रातें तो सर्द होंगी ही, दिन का तापमान भी सामान्य से कम रहेगा। साथ ही इस बार शीतलहर के दिनों की संख्या में दो से पांच दिनों का इजाफा होगा। सोमवार को आंचलिक मौसम विज्ञान विभाग ने इसकी जानकारी दी।

आपको बता दें कि यूपी में सामान्य तौर पर सर्दी के सीजन में शीतलहर के दिनों की संख्या चार से छह होती है। सोमवार को पछुआ हवाओं के जोर से पश्चिमी यूपी के कई शहरों में रात का पारा सामान्य से तीन से चार डिग्री तक की गिरावट आ गई। 5.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ मेरठ सबसे ठंडा रहा। वहीं बरेली में 6.6 डिग्री और कानपुर शहर में 7.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ।

मौसम विभाग के मुताबिक ला-नीना की कमजोर होती स्थिति और हिंद महासागर के तटस्थ प्रभाव के कारण दिसंबर से फरवरी के बीच औसत तापमान सामान्य से कम रह सकता है। इससे पूर्वांचल के दक्षिणी हिस्से को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में शीतलहर के दिनों में दो से पांच दिन का इजाफा होने की संभावना है। नवंबर में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।

भारत में आने वाली सर्दियां पिछली बार की तुलना में ज्यादा कड़क महसूस होंगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग के नवीनतम पूवार्नुमान के अनुसार दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच उत्तर, मध्य और प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की पूरी संभावना है। कई राज्यों में शीतलहर के दिनों की संख्या बढ़ने का भी अनुमान है जो बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आगामी सर्दियों में उत्तर भारत, केंद्रीय भारत और प्रायद्वीपीय भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम या सामान्य के आसपास रहने के आसार हैं। इसके विपरीत, पूर्वोत्तर भारत और हिमालय की तलहटी वाले क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक दर्ज हो सकता है।

 

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