- फास्ट टैग वाली पांच लेनों पर रात से शुरू हुई वसूली।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। करनाल नेशनल हाईवे के भूनी टोल पर तीन दिन बाद गुरुवार रात टोल का संचालन शुरू हो गया। टोल की फास्ट-टैग वाली पांच लेनों पर गुरुवार को टोल वसूली शुरू हो गई। वहीं भूनी टोल प्लाजा चलाने वाली कंपनी धर्मसिंह पर एनएचएआई ने बड़ा एक्शन लेते हुए कंपनी के सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ जमा रुपए जब्त कर लिए। कंपनी को एक साल के लिए डिबार कर दिया है।
बता दें कि 17 अगस्त को टोल प्लाजा पर जवान से मारपीट के मामले में एनएचएआई पहले ही इस कंपनी का ठेका निरस्त कर चुका है। वहीं फौजी को पीटने वाले आरोपियों की जमानत को भी अदालत ने खारिज कर दिया है। सेना के जवान कपिल से मारपीट के मामले में जेल गए आठ आरोपियों में से सात की जमानत अर्जी लगाई गई। सातों आरोपियों की जमानत को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। गुरुवार को जमानत अर्जी को एसीजेएम कोर्ट-2 ने खारिज कर दिया है।

जेल में बंद आठ में से सात आरोपियों सचिन निवासी पांचली, विजय निवासी करनावल, अनुज निवासी दुर्जनपुर, अंकित निवासी छुर, सुरेश राणा निवासी भड़ल दोघट बागपत, अंकित शर्मा निवासी सूजती दोघट और नीरज तालियान उर्फ बिट्टू निवासी गांव छुर के अधिवक्ता की ओर से एसीजेएम कोर्ट संख्या-2 नम्रता सिंह के यहां जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था। बृहस्पतिवार को प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने सातों आरोपियों की जमानत खारिज कर दी
काशी टोल पर आर्मी व्हीकल को किया सैल्यूट
भूनी टोल प्लाजा पर जिस कदर फौजी के साथ मारपीट हुई उसके बाद एनएचएआई सैनिकों के सम्मान को लेकर बेहद गंभीर हो गया है। बृहस्पतिवार को मेरठ दिल्ली के बीच काशी टोल प्लाजा का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। टोल से गुजरने वाले आर्मी व्हीकल को देखकर टोल स्टाफ सेल्यूट करता नजर आया। टोल स्टाफ फौजियों के वाहन को सलाम करता और पानी पिलाता दिखा।
बागपत के अफसरों ने की जांच
एनएचएआई बागपत के पीडी नरेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि टोल कंपनी को दोषी मानते हुए उसकी सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ रुपये जब्त कर लिए। एक साल के लिए डिबार किया है। जल्द ही नई कंपनी को टोल संचालन की जिम्मेदारी देंगे।
टोल पर पहुंची सिक्योरिटी कंपनी
गुरुवार को एनएचआईए की निगरानी में सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारी भूनी टोल प्लाजा पर पहुंचे फिलहाल के लिए व्यवस्था संभाली। रात को टोल की आठ में से पांच लेन चालू हो गईं। ये फास्टैग की लेन हैं। जिन पर स्टाफ खड़ा किया गया। फास्टैग लेन चालू हो गईं। कैश लेन फिलहाल बंद हैं।
फास्टैग वाले वाहनों से शुरू हुई वसूली
सेना के जवान कपिल के साथ मारपीट के बाद से ही टोल फ्री चल रहा है। कुछ सेंसर ही काम कर रहे हैं। जिन वाहनों पर फास्टैग लगा हुआ है, उनसे वसूली हो रही है, बिना फास्टैग वाले वाहन फ्री गुजर रहे हैं। गुरुवार देर शाम एक सिक्योरटी कंपनी के कुछ कर्मचारी भूनी टोल पर व्यवस्था संभालने के लिए पहुंच गए। लेकिन मौके पर एनएचआई का कोई अधिकारी व लिखित आदेश नहीं होने के चलते उन्होंने पूरी तरह से जिम्मेदारी नहीं संभाली है।
कंपनी संचालकों ने पिटाई को बताया गांव का झगड़ा
एनएचएआई ने टोल संचालक कंपनी धर्मसिंह से भारतीय सेना के जवान कपिल से मारपीट क्यों हुई इसका नोटिस देकर जवाब मांगा था। कंपनी संचालकों ने इसे गांव के युवकों का आपसी झगड़ा बता दिया है। कंपनी की तरफ से जो जवाब एनएचएआई को दिया है उसमें लिखा है कि गोटका गांव के लड़कों का आपसी झगड़ा है इसके चलते ही मारपीट की गई है। इस झगड़े में कोई टोलकर्मी शामिल नहीं था। इस जवाब पर एनएचआई ने असंतुष्टि जताई है।


