मानव एकता संस्था ने ज्ञापन भेजकर मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी देने की उठाई मांग।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। हरियाणा प्रदेश के हिसार भारत नगर में हुई वाल्मीकि युवक की मौत के विरोध में बुधवार को मानव एकता संस्था के दर्जनों सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए बताया कि, वाल्मीकि दलित समाज पर निरंतर जातीय हिंसा दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। जिसका जीता जागता उदाहरण हरियाणा के हिसार में हुई घटना है।
उन्होंने बताया कि, पुलिस द्वारा बर्बरता किए जाने पर 16 वर्षीय गणेश की हत्या हो जाने पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि, जब कानून के रखवाले ही जातीयता के नाम पर लोगों को अपनी खुशियां मनाने से रोकने के लिए मौत के घाट उतार सकते हैं तो इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि, आमजन किस हद तक जातीयता करते होंगे।
उन्होंने कहा कि, इस घटना को हुए लगभग 8 दिन होने जा रहे हैं लेकिन अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि, इस घटना में अभी तक कोई मुकदमा भी दर्ज नहीं किया गया।
इसलिए पीड़ित पक्ष और मानव एकता संस्था यह मांग करती है कि, इस मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए दोषियों को एससी एसटी एक्ट और हत्या का मुकदमा दर्ज कर ऐसे पुलिस कर्मियों को सलाखों के पीछे डाला जाए। इसके अलावा सीबीआई जांच कर ऐसे पुलिस कर्मियों को नौकरी से टर्मिनेट किया जाए। ताकि, इस तरह की घटना की पुनर्वत्ति भविष्य में ना हो सके।
उन्होंने कहा कि, संस्था के सदस्य यह भी मांग करते हैं कि, मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दी जाए।