सुभारती यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर पर धक्का देकर मंच से उतारने का आरोप।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। नौचंदी मेले में ट्रांसजेंडर कलाकार देविका देवेंद्र एस मंगलामुखी को अपमानित किया गया। वो मंगलवार को नौचंदी मेले में अपनी नृत्य प्रस्तुति देने आई थीं। देविका का आरोप है कि उनकी प्रस्तुति नहीं होने दी गई। उनको बीच में मंच से उतारा गया। उन्होंने सुभारती यूनिवर्सिटी की महिला प्रोफेसर पर खुद को एक कलाकार और लैंगिक तौर पर अपमानित करने का आरोप लगाया है। वहीं, प्रोफेसर ने सारे आरोपों को झूठा बताया है। कहा कि उन्हें तो इस घटना की ही जानकारी नहीं है। बदनाम किया जा रहा है।
नौचंदी मेले के पटेल मंडप में मंगलवार को शास्त्रीय नृत्य समारोह आयोजित था। इसमें देविका देवेंद्र एस मंगलामुखी की प्रस्तुति थी। साथ ही सुभारती यूनिवर्सिटी में परफार्मिंग आर्ट्स की एचओडी और कलाकार प्रोफेसर डॉ. भावना ग्रोवर की भी कथक प्रस्तुति थी। रात को अचानक देविका देवेंद्र रोते हुए पटेल मंडप से बाहर निकली। आरोप लगाया कि उन्हें प्रस्तुति देने से रोका गया।
देविका ने कहा कि वो जरा सी लेट हुई तो उनकी प्रस्तुति नहीं कराई गई। इन सबके पीछे डॉ. भावना का हाथ है। कहा कि भावना ग्रोवर खुद कलाकार हैं और एक कलाकार का सम्मान करना नहीं जानती। उन्होंने जलन या मेरे ट्रांसजेंडर होने की वजह से मुझे प्रस्तुति से रोका। इसके बाद आयोजक देविका एस को शांत करने का प्रयास करते रहे। लेकिन वो रोती रही। अंत में आयोजकों ने उन्हें मानमनोव्वल कर मंच पर बुलाया और बुके देकर सम्मानित किया। इसके बाद भी वो नाराज रही और ऐसे ही वापस चली गईं।
ट्रांसजेंडर कलाकार देविका जिन डॉ. भावना ग्रोवर पर खुद को अपमानित करने का आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने बार-बार मीडिया के सामने उनका नाम लिया जब दैनिक भास्कर ने डॉ. भावना से पूरे मामले की जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मुझे तो इस घटना की ही जानकारी नहीं है। मेरा नाम उन्होंने क्यों लिया, वो क्यों मुझ पर आरोप लगा रही हैं मैं नहीं जानती। लेकिन ये बहुत दुखद है कि इस तरह वो मेरी छवि खराब कर रही हैं।
डॉ. भावना ने कहा कि जो समय देविका जी बता रही हैं मैं उस वक्त अपनी टीम के साथ अपने ग्रीनरूम में रेडी हो रही थी। क्योंकि मुझे भी परफार्मेंस देनी थी। उनकी प्रस्तुति का समय हमसे पहले था। मैं तो इस समारोह की आयोजक भी नहीं मैं केवल वहां एक कलाकार के तौर पर अपनी प्रस्तुति देने गई थी। मुझे तो उनकी प्रस्तुति के विषय में भी कोई जानकारी नहीं है।
लेकिन वो किस मंशा से मेरा नाम ले रही है ये मैं नहीं जानती। कार्यक्रम के दौरान के वीडियो, फोटो देख लें मैं कहीं मंच पर नहीं था, न मैंने उनको कुछ कहा न धक्का दिया।
जब वो कैमरे के सामने रो रही थी मैं तो उस समय भी वहां नहीं गई अपनी प्रस्तुति दे रही थी। समारोह में डीएम सहित अन्य अधिकारी और शहर के लोग थे। जिन्होंने प्रस्तुति को देखा लेकिन देविका जी मेरा नाम क्यों ले रही हैं मैं नहीं जानती।