– नाइट्रोजन सिलेंडरों में हुआ ब्लॉस्ट, गांव छोड़कर भागे लोग, आग बुझाने का चल रहा प्रयास
बदायूं। तेज आंधी से मैंथा फैक्ट्री की चिमनी गिर गई। पलभर में आग ने विकराल रूप ले लिया। फिर वहां रखे नाइट्रोजन सिलेंडर फटने लगे। एक-एक करके करीब 100 सिलेंडर फटे। फैक्ट्री के लोहे के टावर मोम की तरह पिघलकर गिरने लगे। धमाकों से गांव के लोगों में दहशत फैल गई।
लोग बाइक और कार से अपने-अपने परिवार को लेकर भाग गए। जिस वक्त घटना हुई, उस समय फैक्ट्री में 200 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। सभी ने भागकर जान बचाई। हालांकि, एक मजदूर का पता नहीं चला है।
आग इतनी भयावह थी कि 60 फीट तक लपटें उठती रहीं। 3 किमी दूर से धुएं का गुबार दिखाई पड़ा। रात साढ़े 10 बजे से लगी आग पर अब तक काबू नहीं पाया जा सका है। 100 से ज्यादा फायर ब्रिगेड कर्मी आग बुझाने में लगे हैं। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। फैक्ट्री जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर कुड़ा नरसिंहपुर गांव में है।
दिल्ली-बदायूं हाईवे पर उझानी कस्बे के किनारे मनोज गोयल की भारत मिंट एंड एलाइट केमिकल्स नाम से मैंथा फैक्ट्री है। फैक्ट्री के आसपास रिहाइशी बस्ती है। इसमें करीब 4-5 गांव हैं। कुड़ा नरसिंहपुर गांव सबसे सटा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है- रात में तेज आंधी चल रही थी। इसके चलते फैक्ट्री की एक चिमनी गिर गई। फिर आग लग गई और अफरा-तफरी मच गई।
फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर चिल्लाते हुए बाहर निकले। इसके बाद हम लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन नाइट्रोजन के सिलेंडरों में विस्फोट शुरू हो गए। इसके चलते किसी की भी आग बुझाने की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
सूचना पर 3-4 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद बरेली, मुरादाबाद, संभल और बदायूं से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि टीमें फैक्ट्री के अंदर घुस नहीं पाईं और बाहर से ही आग बुझाने का प्रयास करती रहीं।
गुरुवार सुबह करीब 5 बजे अचानक फिर धमाका हुआ। फैक्ट्री से सटे कुड़ा नरसिंहपुर गांव को रात में खाली कराना पड़ा। इसके अलावा, आसपास के गांवों में भी दहशत फैल गई। लोग अपने-अपने घर छोड़कर जाने लगे। सूचना पर पुलिस टीम पहुंची, फिर पीएसी को भी बुलाया गया।
दिल्ली हाईवे पर यातायात पूरी तरह रोक दिया गया। मुजरिया के तरफ से यातायात को डायवर्ट कर दिया। पुलिस ने लोगों से कहा- डरने की कोई बात नहीं, जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा। लेकिन लोग इतने डर गए थे कि पुलिस के समझाने के बाद भाग गए।
मेडिकल कॉलेज में 100 बेड रिजर्व, 25 एंबुलेंस मौके पर
पुलिस का कहना है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज को अलर्ट पर रखा गया है। 100 बेड रिजर्व रखे गए हैं। इसके अलावा 25 एंबुलेंस मौके पर मौजूद हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर घायलों का तत्काल इलाज हो सके। मुजरिया निवासी मुनेंद्र हादसे के बाद से लापता है। उसके दो भाई बाहर निकल आए।
यूपी सरकार ने जिला प्रशासन से मांगी रिपोर्ट
इधर, हादसे के बाद यूपी सरकार ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। हादसे के कारणों, मजदूरों की स्थिति और आग बुझाने की रणनीति जैसे सवालों के जवाब मांगे गए हैं।