मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि के छात्र अब कर रहे रुसी भाषा में बात। रुस के प्रोफेसर कह रहे नमस्ते भारत। मेरठ में आज से रुसी कल्चर सेंटर की विधिवत शुरुआत हो गई। इस कल्चर सेंटर में रुस से आए प्रोफेसर छात्र छात्राओं को रुसी भाषा सिखा रहे हैं। कई छात्रों को तो सर्टिफिकेट भी आज मिल गया।
छात्र छात्राओं का कहना है कि इस कवायद के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनका करिअर बनेगा। वही मेरठ पहुंचे रुस का डेलिगेशन भारत में अपनी भाषा के प्रसार को लेकर उत्साहित है। गौरतलब है कि कल राजभवन में रुस और भारत के बीच एमओयू साइऩ हुआ है। इस एमओयू के ज़रिए एक दूसरे के यहां शिक्षा का आदान प्रदान होगा। इससे पहले शिक्षा के क्षेत्र में मेरठ का चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। विश्वविद्यालय ने रूस की मिनिन निज़नी नोवगोरोड स्टेट पेडागोगिकल यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किया।अब रूस का विश्वविद्यालय मेरठ में अपना छात्र अध्ययन केंद्र खोलेगा। लखनऊ स्थित राजभवन में कुलाधिपति और यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और रूसी विश्वविद्यालय के बीच समझौता हुआ।
कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है। अंतर्राष्ट्रीयकरण की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय ने भारतीय ज्ञान प्रणाली सहित शिक्षकों, छात्रों, संस्कृति, ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एमओयू राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।इस एमओयू से राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों को भी लाभ होगा। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र के निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार सोनी ने एमओयू के विषय में विस्तार से बताया. वहीं कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र खोलने व इस प्रकार के समझौते करने के लिए प्रेरित किया। अंतर्राष्ट्रीयकरण के कार्यक्रम को गति देने के लिए विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय सहयोग केंद्र भी है। विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम शुरू किया हैं। जिसमें दुनिया भर के विविध पृष्ठभूमि के छात्र विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित अपनी पसंद के पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकते हैं।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने मिनिन निज़नी नोवगोरोड स्टेट पेडागोगिकल यूनिवर्सिटी रूस के साथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण एमओयू पर लखनऊ राजभवन में हस्ताक्षर किए हैं। मिनिन विश्वविद्यालय रूसी संस्कृति पर एक पाठ्यक्रम की पेशकश करके छात्रों को मुफ्त ज्ञान प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय में एक छात्र अध्ययन केंद्र भी खोल रहा है। जिसका उदघाटन कल होगा। इस केंद्र को चलाने के लिए आवश्यक कुछ वित्त भी प्रायोजित करेंगे. ऐसी गतिविधि से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इस केंद्र के तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय निकट भविष्य में रूसी छात्रों के लिए एक पाठ्यक्रम भी आयोजित करेगा। इस दौरान मिनिन विश्वविद्यालय के विक्टर ब्लादि मीरो वीच स्दविन कोव, लिलिया व्यादि मिरोवना एरूसकिना, बोरी सोविच चुपरीकोप, इर्न्फामेशन पॉलिसी सेंटर की हेड कनियाजेवा ओल्गा और सिमोनेन्को लियूडमिला मौजूद रहे।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में रूसी भाषा की कक्षाएं शुरू हो गई। इसी कड़ी में रूसी प्रतिनिधिमंडल 5 सितंबर को मिनिन विश्वविद्यालय के इर्न्फामेशन पॉलिसी सेंटर की हेड कनियाजेवा ओल्गा और सिमोनेन्को लियूडमिला के नेतृत्व में मेरठ पहुंचा था। मिनिन विश्वविद्यालय चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 250 छात्रों को निःशुल्क ज्ञान प्रदान करेगा।उन्हें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में बुनियादी रूसी भाषा, रूस की संस्कृति आदि सिखाई जाएगी। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के संकाय मिनिन विश्वविद्यालय के सहयोग से संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं और संयुक्त शिक्षण कार्य करेगा। बाद में जनवरी और फरवरी 2024 में रूसी छात्र चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि यह एमओयू विश्वविद्यालय के लिए बहुत ही लाभदायक है।