– नाला सफाई में बाधा बने हुए हैं निर्माण।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सफाई व्यवस्था को लेकर कैंट बोर्ड की बड़ी कार्रवाई के चलते सोमवार को कैंटबोर्ड की टीम सीईओ जाकिर हुसैन के नेतृत्व में बुल्डोजरो के साथ वैस्टर्न रोड बालाजी मंदिर के सामने नालों के ब्लाकेज खुलने धरातल पर उतरी। सीईओ की मौजूदगी में तमाम नाले के ऊपर डाले गए सीमेंटेड लैंटर जेबीसी चलाकर उखाड़ फेंकने का का सुबह से ही काम जारी रहा। वहीं, कैंटबोर्ड के तमाम कर्मचारियों व स्टाफ इस कार्य में जुटे रहे।
बता दें आस-पास क्षेत्र के लोगो द्वारा गंदे पानी की निकासी को लेकर कैंट बोर्ड से साफ सफाई के लिए शिकायतें की जा रही थी। छावनी क्षेत्र का पूरा एरिया कैंटोनमेंट बोर्ड के अंतर्गत आता है। यहां 8 वार्ड हैं और एक लाख के करीब जनता निवास करती है। काफी समय से इस क्षेत्र में सभासदी का चुनाव नहीं हुआ है। ऐसे में मौजूदा वार्डों की देखरेख पूरी तरह कैंटोनमेंट बोर्ड के हाथों में चली गई है।
वार्ड-6 की बात करें तो यहां साफ-सफाई की व्यवस्था डगमगा गई है। हालात ये हैं कि नालियां अटी पड़ी हैं और कूड़ा कोई उठाने आता नहीं है। जबकि शहर का मुख्य बाजार भी इसी क्षेत्र में पड़ता है। इसके बावजूद यहां के हालात बदतर होते जा रहे हैं। मेरठ छावनी परिषद, क्षेत्र का स्थानीय निकाय है। यह छावनी परिषद, क्षेत्र में रहने वाली जनता को सामाजिक कल्याण, स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षा, जल आपूर्ति जैसी सुविधाएं मुहैया कराता है।
इस छावनी क्षेत्र में करीब आठ वार्ड हैं और इनमें करीब एक लाख जनता निवास करती है। साथ ही यहां करीब 60 हजार वोटर्स अपने मत का प्रयोग करते हैं। लेकिन यहां 2015 के बाद से कोई चुनाव नहीं हुआ। ऐसे में वार्डों का प्रतिनिधित्व करने वाला अब यहां कोई नहीं है। इसके चलते इस क्षेत्र में बहुत सी बुनियादी सुविधाएं लोगों से दूर हो गई हैं। जो गंदगी, पानी और अन्य परेशानियों से जूझ रहे हैं।