- हरिद्वार तक विस्तार होने पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण होगा गंगा एक्सप्रेसवे।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का बजट पेश किया है, जिसमें प्रदेश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर ध्यान दिया गया है। इनमें से एक प्रमुख योजना है गंगा एक्सप्रेसवे, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होने वाला गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ हापुड़ हाईवे से कनेक्ट होगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ से आने वाले लोग भी हाई स्पीड में प्रयागराज की तरफ जा सकेंगे। साथ ही दिल्ली-गाजियाबाद से आने वाले लोग भी बिजली बंबा बाईपास होते हुए मेरठ गंगा एक्सप्रेसवे पर सफर कर पाएंगे। यहां पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने की भी योजना है, जिसको लेकर जापान की डेलिगेशन द्वारा भी दौरा किया गया।
गंगा एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके बनने के बाद मेरठ से प्रयागराज का सफर महज 7 घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी इस सफर में 12 घंटे से भी ज्यादा का समय लगता है। इस एक्सप्रेसवे की स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रति घंटे की मानी जा रही है। यह एक्सप्रेसवे हापुड़, संभल, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, रायबरेली, हरदोई, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज पहुंचेगा। इस एक्सप्रेसवे पर आप प्लेन भी उतार सकते हैं. इसे आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से बनाया जा रहा है।
हरिद्वार तक भी होगा गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार
सरकार द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार से जोड़ने के लिए भी विस्तारीकरण को लेकर रास्ता खोल दिया है, जिसके लिए 50 करोड रुपए भी दिए गए हैं। ऐसे में आने वाले समय में श्रद्धालु हरिद्वार और प्रयागराज दोनों ही जगह आस्था की डुबकी लगा पाएंगे।
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
गंगा एक्सप्रेसवे के बनने के बाद पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मेरठ, क्रांति धरा, महाभारत और रामायण कालीन पर्यटन क्षेत्र में प्रमुख स्थान रखता है। आने वाले समय में इस एक्सप्रेसवे से जुड़े कई ऐसे शहर हैं, जिनमें पौराणिक पर्यटन स्थल देखने को मिलते हैं। उन क्षेत्रों में भी पर्यटन की दृष्टि से बढ़ोतरी होगी।