- 120 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगी गाड़ियां,
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे से सफर करने का सपना जल्द ही साकार होने वाला है। निमार्णाधीन एक्सप्रेसवे पर पुलों और सड़कों का 80 से 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। संभावना है कि जल्द ही इस रोड पर गाड़ियां दौड़ते नजर आएंगे।
फिलहाल मेरठ से प्रयागराज पहुंचने में 12 घंटे से अधिक का समय लगता है। गंगा एक्सप्रेसवे की खासियत यह है कि यह दूरी अब मात्र आठ घंटे में तय की जा सकेगी। एक्सप्रेसवे की स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के जरिए मेरठ से प्रयागराज तक का सफर बेहद सुगम और तेज हो जाएगा।
पहले गंगा एक्सप्रेसवे को महाकुंभ 2025 से पहले शुरू करने की योजना थी। हालांकि, कुछ तकनीकी और मौसम के कारणों से यह संभव नहीं हो पाया। अब उम्मीद है कि जल्द ही इसका काम पूरा होगा और संचालन शुरू कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रोजेक्ट पर विशेष ध्यान दिया है, और मेरठ के जिलाधिकारी भी निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों को जोड़ते हुए लाखों यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर का अनुभव प्रदान करेगा। यह परियोजना न केवल यात्रा का समय कम करेगी, बल्कि इन क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी। ऐसे में हर किसी को इस एक्सप्रेसवे का बेसब्री से इंतजार है। इसके अलावा, इसे इतनी आधुनिक तकनीक से तैयार किया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर इस पर प्लेन भी उतारे जा सकते हैं।
यहां से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेसवे मेरठ से हापुड़, संभल, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, हरदोई, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज पहुंचेगा।