मेरठ। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय में कम्युनिटी रेडियो की स्थापना के लिए लाइसेंस प्रदान कर दिया गया है।
दरअसल बता दें मंत्रालय द्वारा इस कम्युनिटी रेडियो की फ्रीक्वेंसी 90.8 दी गयी है। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने बताया कि माननीया कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला के दिशा-निर्देशन में हम यह कम्युनिटी रेडियो प्राप्त करने में सफल हो सके हैं। शुरूआती दौर में 12 घंटें का प्रसारण किया जाएगा तथा इससे शिक्षा, अकादिमक एवं शोध, सामाजिक जागरूकता, विकासपरक, सूचनापरक, तथा मनोरंजकपरक आदि कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा। साथ ही स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उनके द्वारा उन्हीं की भाषा में ही कार्यक्रमों का निर्माण तथा प्रसारण कराया जाएगा।
विभाग के विद्यार्थियों के कौशल विकास अर्थात रेडियो कार्यक्रम निर्माण समबन्धी दक्षता प्रदान करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा निर्मित कार्यक्रमों का प्रसारण भी किया जाएगा। हमारा प्रयास रहेगा कि अगले एक माह के भीतर इसका प्रसारण शुरू हो सके।
कुलपति प्रो॰ संगीता शुक्ला ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, इससे हम सामाजिक सरोकार के साथ-साथ अपने विद्यार्थियों को कई प्रकार की शैक्षिक गतिविधियों से भी जोड़ सकेंगें। विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण उद्देश्य मानव संसाधन का विकास करना होता है। यह कम्युनिटी रेडियो इस दिशा में बहुत सहयोगी एवं उपयोगी सिद्ध होगा।
उन्होंने कहा विश्वविद्यालय के आस-पास रहने वाला समुदाय विकास की मुख्यधारा से जुड़े तथा जागरूक हो, हमारा प्रयास रहेगा कि ऐसे कार्यक्रमों का प्रसारण किया जा सके।
संकायाध्यक्ष कला एवं निदेशक अकादमिक प्रो॰ संजीव शर्मा ने कहा कि रेडियो जन-जन का माध्यम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम के लिए रेडियो माध्यम को ही चुनना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। इसलिए विश्वविद्यालय का प्रयास रहेगा कि जितने भी कार्यक्रमों का प्रसारण हो वे सभी आमजन से जुड़े हों तथा इस कम्युनिटी रेडियो के प्रसारण की परिधि में रहने वाले नागरिकों के लिए लाभप्रद सि़द्ध हों।
इस अवसर पर डॉ मनोज श्रीवास्तव, लवकुमार सिंह, नेहा कक्कड़ तथा मितेन्द्र गुप्ता आदि उपस्थित रहे।