शारदा रिपोर्टर मेरठ। शुक्रवार को भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के बाद शिवरात्रि पर्व भी सकुशल संपन्न हो गया। लेकिन कावड़ यात्रा के बाद शहर से लेकर हाइवे तक गंदगी और कूड़े का अंबार लग गया।
उमस भरी गर्मी के साथ इस कूड़े और गंदगी से अब बदबू उठने लगी है, जो संक्रमण और बीमारियों को बढ़ावा देती नजर आ रही है। कूड़े और गंदगी से उठने वाली बदबू से लोग परेशान है। लोगों का कहना है की शिविर लगाने वाले संचालकों ने शिविर लगाने से पहले ही वादा किया था कि, शिव भक्त कावड़ियों की सेवा करने के बाद वह यहां की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कर देंगे।लेकिन अब उन शिविर संचालकों का अभ कुछ पता ही नहीं, जो सफाई करने का दावा कर रहे थे।
दरअसल, हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लेकर आ रहे हैं शिव भक्त कावड़ियों की सेवा के लिए शहर के गणमान्य और प्रबुद्ध लोगों ने कावड़ मार्ग पर शिविर लगाकर शिव भक्तों के लिए खाने-पीने, रहने, विश्राम करने और चिकित्सा आदि की सुविधा उपलब्ध कराई थी। लेकिन जैसे ही शिवरात्रि का पर्व भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के बाद संपन्न हुआ, वैसे ही शहर से लेकर कावड़ मार्ग तक अव्यवस्थाओं का दौर शुरू हो गया। शिविर संचालकों ने ना तो यहां से कूड़े को उठवाया और ना ही गंदगी साफ कराई। जिससे अब इस बढ़ती गर्मी में भीषण बदबू आने लगी है।
स्थानीय लोगों का का कहना है की शिविर संचालकों ने यह वादा किया था कि, शिविर संपन्न होने के बाद वह यहां की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराएंगे। लेकिन सफाई नहीं होने से यहां से निकलना भी लोगों के लिए दूभर हो गया है। जबकि उमर भरी गर्मी के कारण इस गंदगी से संक्रमण और बीमारियों का खतरा और बढ़ेगा जो लोगों को बीमार करेगा।