- प्रेमिका की हत्या कर खुद को खत्म कर रहे कथित प्रेमी की वारदातें बढ़ी,
- अवैध संबंधों के कारण भी बहाया जा रहा खून।
ज्ञान प्रकाश, संपादक
मेरठ। प्यार अंधा भले हो लेकिन खूनी नहीं हो सकता। लेकिन वेस्ट यूपी में प्यार के नाम पर जिस तरह खून बहाया जा रहा है, उसने लोगों को हैरत में डाल दिया है।
दिमागी रुप से कमजोर और भावुकता में बहकर अपने प्यार को पाने के लिये न केवल अपनी प्रेमिकाओं को मौत के घाट उतार रहे हैं, बल्कि खुद को दुनिया से रुखसत करके परिवार के सपनों को तोड़ रहे हैं। आए दिन घटनाएं सामने आ रहीं है जिसमें प्रेमी और प्रेमिका जान दे रहे हैं। कहीं पर अवैध संबंध को प्यार का नाम देकर खून बहाया जा रहा है।
मेरठ में प्यार मोहब्बत कई घरों को उजाड़ रहा है। वासना और अवैध संबंध को लेकर युवक जबरन अपनी प्रेमिका पर दबाव डालते है। जब प्रेमिका मना कर देती है, फिर उसकी जान लेकर पुलिस कार्यवाही से बचने के लिए खुद को गोली मारकर सुसाइड कर रहे है, या फिर दोनों जहर खाकर जान दे रहे हैं। हाल की घटनाओं पर नजर डाली जाए तो कथित प्रेमी लोक लाज को ताक पर रख कर अपनी कथित प्रेमिका के घरों पर वारदात को अंजाम दे रहे है। इनके इस बेवकूफी भरे कदम से दोनो परिवारों की समाज में हो रही बदनामी छुपी नहीं रह पाती है।
मेरठ कालेज की मनोविज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर अनीता मोरल का कहना है कि आजकल की नई पीढ़ी सोचने से पहले कदम उठाने पर भरोसा कर रही है, जो गलत है। प्यार मोहब्बत से ही जिंदगी नहीं चलती। इंसान को अपने दिमाग के स्नायुतंत्रों पर नियंत्रण रखना चाहिए। प्यार में खून बहना किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है।
युवक और युवतियों के बीच प्यार मोहब्बत तो भले सही कहा जाए लेकिन शादीशुदा लोग अगर अवैध संबंध को लेकर कत्ल करें, तो वो समाज में चिंता का विषय है। एसपी क्राइम अनित कुमार का कहना है अपनी कथित प्रेमिका की हत्या कर खुद को मारना विकृत मानसिकता का परिणाम ही कहा जाएगा। प्यार मोहब्बत के नाम पर हो रहे कत्ल जघन्य अपराध है और समाज के जिम्मेदार लोगों को पहल करनी चाहिए।