शारदा रिपोर्टर मेरठ। नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कई संगठनों ने मंगलवार को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा कि नीट परीक्षा जो कि देश की सबसे प्रतिष्ठित और बड़ी परीक्षाओं में एक है, उसका पेपर भी लीक हो गया। बेरोजगारी और पेपर लीक समत्त्या से जूझ रहे नौजवानों को भ्रष्टाचारी सरकार ने एक और झटका दे दिया है। एक ओर जहाँ संवेदनहीन मोदी सरकार में भर्तियों का टोटा हैं तो वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार में डूबी सरकार सभी प्रकार के परीक्षाओं का पेपर लीक करवाने की जिम्मेदार है। जिसकी वजह से नौजवानों को अपने उज्ज्वल भविष्य का कोई मार्ग नहीं दिख रहा हैं।
परीक्षा का परिणाम 14 जून को आना था, परंतु आनन-फानन में 04 जून को ही लोकसभा चुनाव के परिणाम के दिन ही, परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। इससे सवाल उठता हैं कि किस गुनाह को छिपाने के लिये इसका परिणाम उस दिन घोषित किया गया और जिस प्रकार 67 बच्चों को पूरे 720 अंक दिये गये. एक ही कोचिंग के कई बच्चों को 720 अंक दिये गये और कुछ बच्चों को 718, 719 नंबर दिये गये जो कि असम्भव है क्योंकि एक प्रश्न छोड़ देने या गलत करने पर 04 या 05 नंबर कम होने चाहिए, तो 718 और 719 नंबर कैसे दिये जा सकते हैं। इससे प्रतीत होता है कि परीक्षा में गंभीर त्रुटि और भ्रष्टाचार किया गया हैं।
इसलिए आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति से परीक्षा के परिणाम की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को जेल भेजने की मांग करती है। जिससे कि अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ न्याय हो सकें ।