– गला दबाने के दौरान मोबाइल में रिकॉर्ड हो गए हत्यारे के शब्द
गाजियाबाद। सिंहानी गेट थाना क्षेत्र में सात अप्रैल को हुई ई रिक्शा चालक की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। राजेश ने सात अप्रैल की रात प्रेमिका राधा (21) के साथ मिलकर उसके पति मनोज (27) की गला दबाकर हत्या कर दी।
डीसीपी नगर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि मनोज ई-रिक्शा चालक था। वह पत्नी राधा और तीन साल की बेटी के साथ भाटिया मोड़ दौलतपुरा में किराये पर रहता था। मनोज मूलरूप से अलीगढ़ के अतरौली के गांव मेमरी का रहने वाला था। पड़ोस में ही राजेश गुप्ता रहता है। राजेश ट्रक चालक है। राधा और राजेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उनके बीच प्रेम संबंध हो गए। इसकी जानकारी मनोज को हुई तो वह उनका विरोध करने लगा। इस पर उन्होंने उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची। साजिश के तहत राधा ने मनोज को सात अप्रैल को राजेश के पास रुपये लेने के लिए लालकुआं के पास भेजा। जहां राजेश ने उसे अपने ट्रक में बैठा लिया और दादरी की ओर ले गया। रास्ते में राजेश ने शराब खरीदी और दोनों शराब पी। बेसुध होने पर राजेश ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
इसी बीच मनोज के मोबाइल की वाइस रिकॉर्डिंग आॅन हो गई। जिसमें पूरी घटना की आवाज रिकॉर्ड हो गई। जिसमें मनोज की जद्दोजहद करने की आवाज के साथ राजेश की आवाज सुर्ना दे रही है कि ‘जब तक तू जिंदा रहेगा राधा मुझे नहीं मिल सकती, उसके लिए कुछ भी कर सकता हूं मैं…’ ।
घटना को छिपाने के लिए राधा आठ अप्रैल की रात करीब एक बजे सिहानी गेट थाने में पति की गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंची। पुलिस ने जांच की तो मनोज की हत्या का खुलासा हुआ। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ट्रक, रस्सी, गमछा, मनोज का मोबाइल बरामद किए हैं।
शव को ट्रक के केबिन में रखकर लोड कराया माल
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि हत्या करने के बाद राजेश ने उसका शव ट्रक के केबिन में रखकर कंबल से ढक दिया। इसके बाद वह फैक्टरी में माल लोड कराने लगा। आठ अप्रैल की तड़के करीब साढ़े चार बजे वह दादरी से माल लेकर झज्जर के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जाने लगा। रास्ते में उसने दादरी क्षेत्र में ही एक्सप्रेसवे के किनारे उसका शव फेंक दिया। आठ अप्रैल को दादरी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। सिहानी गेट थाने में गुमशुदगी दर्ज होने के बाद मनोज के पिता रामखिलाड़ी से संपर्क कर मनोज का फोटो दिखाकर शिनाख्त कराई गई।