मेरठ। शहर की सूरजकुंड रोड पर स्थित दुकानदारों व बाहरी व्यक्तियों द्वारा सड़क के बीचों-बीच चौपाहिया व दोपहिया वाहनों को खड़ा करने का विरोध हो रहा है। स्थानीय लोगों ने एसएसपी से वाहन खड़ा करने पर रोक लागने की मांग की है।
सोमवार को सूरजकुंड रोड के रहने वाले स्थानीय लोग एसएसपी कार्यालय पर ज्ञापन देनें पहुंचे। लोगो का आरोप है कि शहर के बीचों-बीच स्थित सूरजकुंड रोड एक बड़ा रिहायशी क्षेत्र है। इसके साथ ही साथ सूरजकुंड मुख्य मार्ग पर खेल उत्पादों का बाजार भी है। सूरजकुंड मुख्य मार्ग स्थित दुकानदारों द्वारा अपने व अपने कर्मचारियों के दोपहिया व चौपहिया वाहन सड़क पर बीचों-बीच खड़े कर दिए जाते हैं, जिसके कारण पूरा दिन मार्ग पर यातायात अवरुद्ध रहता है। पूरे दिन मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती है, जिस कारण सूरजकुंड रोड़ के रिहायशी क्षेत्र में रहने वाले निवासियों के लिए सड़क से निकलना भी दूभर रहता है।
सड़क पर वाहन खड़े होने के कारण मार्ग पर अनेक दुर्घटनाएं हो भी चुकी है और भविष्य में भी दुर्घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है। इसके साथ ही रिहायशी क्षेत्र होने के कारण बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को स्कूल ले जाने व छोड़ने के लिए स्कूली वाहनों का भी सूरजकुंड मार्ग पर आना-जाना रहता है। लेकिन सड़क पर दुकानदारों व बाहरी व्यक्तियों के वाहन खड़े होने के कारण स्कूली वाहन भी इस मार्ग से नहीं निकाल पाते हैं। रोड पर शमशानघाट स्थित होने के कारण शहर के विभिन्न क्षेत्रों से दाह संस्कार के अंतिम यात्रा वाहनों से शव लाये जाते हैं, लेकिन सड़क पर भारी संख्या में बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े होने के कारण अंतिम यात्रा वाहन भी इस मार्ग पर सुगमतापूर्वक नहीं निकाल पाते हैं। यहां पर अधिकतर दुकानदार सूरजकुंड मार्ग से 2-3 किमी की परिधि के ही निवासी है, वह भी दुकानों तक आने-जाने के लिए चौपहिया वाहनों का प्रयोग करते हैं। इन चौपहिया वाहनों को सड़क पर खड़ा किया जाता है। जबकि दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारी भी अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते है। ऐसे मेंं इस सड़क पर चलना दुश्वार साबित हो रहा है। एसएसपी से इस समस्या से निजात दिलानें की मांग की गई है।