मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि की एकेडमिक काउंसिल की बैठक 18 को जबकि 19 जनवरी को एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक होगी। इसमें परिसर के सभी यूजी कोर्स आॅनर्स करने, डी-फार्मा, बीए-बीएड, बीएडएमएड इंटीग्रेडेट, पीएचडी इन इंजीनियरिंग, एमएफए इन मूर्ति कला, एमएफए इन फैशन डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन ट्रेडिशनल आर्ट, डिप्लोमा इन आर्ट एंड क्राफ्ट, डिप्लोमा इन फेब्रिक आदि पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्तावों पर चर्चा के बाद मुहर लगेगी। इन पाठ्यक्रमों को विवि नये शिक्षा सत्र 2024-25 में शुरू करेगा।
विवि के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एकेडमिक काउंसिल और एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक को लेकर विभागाध्यक्ष व संकायाध्यक्षों को एजेंडा देने के लिए कहा गया है। पिछले दिनों हुई बैठक में शोध निदेशक, अकादमिक निदेशक, विभागाध्यक्षों आदि ने कई कोर्स शुरू करने को लेकर चर्चा करके सामूहिक फैसला लिया जा चुका है, जो एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखे जाएंगे। तय हुआ है एकेडमिक काउंसिल में डॉक्टर आॅफ फामेर्सी (डी-फार्मा), बीए-बीएड., बीएडएमएड इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम शुरू करने, सर छोटूराम इंजीनियरिंग संस्थान में
– मूर्ति कला व फैशन डिजाइनिंग में होंगी 30-30 सीट
एमएफए (मास्टर आॅफ फाइन आर्ट) मूर्ति कला व फैशन डिजाइनिंग शिक्षा सत्र 2024-25 से शुरू होगा मगर इसमें 30-30 सीट होंगी। इसके लिए विभाग के विस्तार का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। जबकि 12वीं पास कर फाइन आर्ट विभाग में एक वर्षीय डिप्लोमा करने के लिए अभ्यर्थी का 12वीं पास होना जरूरी है। यह रोजगार परक डिप्लोमा है। इसका संचालन विभाग में शाम के समय किया जाएगा। इसके साथ ही सीसीएसयू परिसर तथा संबद्ध विधि कॉलेजों में पीजी डिप्लोमा इन साइबर लॉ शुरू करने को लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है। विवि के अधिकारियों का कहना है कि कार्य परिषद की मुहर लगने के बाद यह भी नये शिक्षा सत्र से शुरू किया जाएगा।