‘जो घर में सिल पे मसाला तलाक न पीस सके उन्हें ये नाज हमे खाक में मिलाएंगे कलाई देखो तो चूड़ी का बोझ सह न सके और उस पे दावा के तलवार हम उठाएंगे’
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ज्ञान प्रकाश, समूह संपादक |
– 1972 में आई फिल्म पुतलीबाई की सुपरहिट कव्वाली की उपरोक्त पंक्तियां भले महिला की ताकत को कमजोर दिखाती हों लेकिन अब ऐसा नहीं है। एक ओर महिला जहां समाज और देश को आगे बढ़ाने के लिये चांद तक के अभियान से लेकर सागर की गहराइयों तक नापने में लगी हुई। यहीं नहीं देश की सीमाओं पर संगीनों के साथ देश के दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर रही हैं वहीं महिलाओं का एक वर्ग ऐसा भी है जो उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी अपने हाथ खून से रंगने में कतई परहेज नहीं कर रही है।
बेंगलुरु की एक कंपनी की सीईओ सूचना सेठ ने अपने ही चार साल के बेटे का बेरहमी से कत्ल कर दिया। वह उसे गोवा ले गई। वहां होटल के कमरे में उसकी हत्या कर दी और लाश को बैग में डालकर ले गई, लेकिन कर्नाटक में वह पुलिस के हाथ लग गई, क्योंकि पुलिस उसे तलाश रही थी। होटल मैनेजमेंट ने उसे बेटे के साथ चैकइन करते देखा था, लेकिन चैक आउट करते समय उसके साथ बेटा नहीं था। जब कर्नाटक पुलिस ने महिला को पकड़ कर उससे पूछताछ की तो महिला ने जो बयान दिया उसने हिला कर रख दिया।
महिला ने कहा कि वो नहीं चाहती थी कि उसका तलाकशुदा पति अदालत के आदेश पर हर रविवार को उसके बेटे से मिले। सूचना सेठ पढ़ी लिखी थी और उसे अच्छे बुरे का पूरा ज्ञान था लेकिन उसने बेटे को ममता देने के बजाय उसे दुनिया से अलविदा करना जरुरी समझा। कर्नाटक की इस महिला के अलावा बिहार के बेगूसराय में एक महिला रानी कुमारी ने अपने पति महेश्वर कुमार की हत्या इसलिए कर दी क्योंकि वह उसे इंस्टाग्राम पर रील्स बनाने से रोकता था। रानी ने अपने पति को मायके बुला कर कर हत्या कर दी। उसका पति कोलकाता में काम करता था और उसके रील बनाने से परेशान रहता था। वह दो-तीन दिनों में वापस कोलकाता जाने वाला था। वह कोलकाता में मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था। महेश्वर का 6 साल पहले रानी कुमारी से विवाह हुआ था। वह पहले सही से व्यवहार करती थी लेकिन बाद में उसे टिकटॉक तथा रील्स बनाने की आदत लग गई थी। रील पर आने वाले कमेंटस से पति काफी परेशान था। मेरठ में पत्नी अर्चना ने प्रेमी सौरभ ठाकुर से सुपारी किलर के जरिये अपने पति अरुण की हत्या कराई थी और पुलिस को गुमराह करने लिए लूट का नाटक किया था।
पुलिस के मुताबिक अर्चना का सौरभ ठाकुर से पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अर्चना की शादी इसी साल 22 जून को अर्चना की शादी बागपत के ट्योढी गांव के अरुण से हुई थी। मेरठ के ही खरखौदा थाना क्षेत्र के फफूंडा गांव का है, जहां 28 जून को संतरेश नाम की महिला ने थाने में पति धर्मवीर के लापता होने की रिपोर्ट कराई थी।. संतरेश ने रोते हुए पुलिस को बताया कि 27 जून से उसका पति धर्मवीर उर्फ लाला गायब है। काफी खोजा लेकिन मिल नहीं रहा। शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर धर्मवीर की तलाश शुरू कर दी थी। धर्मवीर की नदी में लाश मिलने के बाद पुलिस का शक हत्या की तरफ गहरा गया था। पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या करा दी थी। पति को शराब पार्टी के बहाने प्रेमी और उसके दोस्तों ने नदी के पास बुलाया और फिर धोखे से शराब में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाईं। नशे में धुत पति को नदी में धक्का देकर डुबा दिया। दूसरे दिन पत्नी ने खुद थाने में जाकर पति की लापता की रिपोर्ट लिखा दी ताकि किसी को शक न हो। अवैध संबंधों में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पुलिस को भी चौंका दिया था। आरोपी पत्नी को प्रेमी सहित जेल भेज दिया गया। मेरठ के ही कंकरखेड़ा इलाके में 12 जून को भाजपा नेता निशांक गर्ग की हत्या के मामले में पुलिस ने उनकी पत्नी सोनिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। निशांक भाजपा के युवा मोर्चा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी थे। उनका 13 साल पहले सोनिया से प्रेम विवाह हुआ था, लेकिन उनका अक्सर झगड़ा होता था। बताया गया कि भाजपा नेता के क्रूर व्यवहार से पत्नी परेशान थी। देहलीगेट थाना क्षेत्र के खैरनगर में एक महिला ने अपने प्रेमी को पाने के लिये अपने दो मासूम बच्चों का कत्ल करवा कर उनके शव को गंगनहर में फिंकवा दिया था।
दौराला थाना क्षेत्र में करवा चौथ के दिन महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतरवा दिया था। शहर के एक चर्चित वकील की हत्या में महिला वकील को जेल जाना पड़ा था। महिलाओं के कातिल होने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और मेरठ की जेल में इस तरह के आरोपों वाली महिलाओं की संख्या एक दर्जन से अधिक हैं जिन पर हत्या के आरोप लगे हैं।