– कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित बयान, लोटा या प्लास्टिक बोतल का करें प्रयोग, धर्मांतरण भी दिया बयान।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। 28वें कांवड़ सेवा शिविर के उद्घाटन के दौरान संत यशवीर महाराज ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत लकड़ी की कांवड़ बनाने वाले कारीगर मुस्लिम समुदाय से हैं। कावड़ मार्ग नहीं बल्कि पूरे देश में ही खाद्य सामग्री यानी होटल, ढाबा संचालक को प्रतिष्ठान पर नाम का बोर्ड लगाना चाहिए।
श्रद्धालुओं से लकड़ी की कांवड़ न खरीदने की अपील की। साथ ही कहा कि अगर कांवड़ खरीदनी है तो हिंदू दुकानदारों से खरीदें। क्योंकि लकड़ी की कांवड़ बनाने वाले 90% कारीगर मुस्लिम हैं। ऐसे में यदि लकड़ी की कांवड़ लेकर आएंगे तो जिहादियों के हाथ से बनी कांवड़ खंडित हो जाएगी। इस अपील का असर भी देखने को मिला। अब श्रद्धालु कंधों पर लौटा, कलश और प्लास्टिक की बोतलों में जल ला रहे हैं।
यशवीर महाराज ने ढाबा और होटल मालिकों को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सभी प्रतिष्ठान मालिकों को अपने नाम का बोर्ड लगाना होगा। जिहादी मानसिकता के लोग सनातनियों को थूक और मूत्र का खाना परोस रहे हैं। देश और प्रदेश में लगातार घटना हो रही हैं। आने वाले समय में हिंदू त्योहारों को देखते हुए यह अभियान फिर से शुरू किया जाएगा। हिंदू खाने के साथ मिठाई वहीं से खरीदे, जिस प्रतिष्ठान पर बोर्ड लगा हो।
उन्होंने लव जिहाद पर भी बयान देते हुए कहा कि जिहादी हिंदू लड़कियों को फंसाते हैं। उसके बाद लड़कियों का शोषण करते हैं। इतना ही नहीं खुद तो शोषण करते हैं और अपने दोस्तों से भी कराते हैं। ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सख्त कानून बनने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम का आयोजन छत्रपति शिवाजी स्मारक समिति की ओर से किया गया। शिविर का उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। इस दौरान महापौर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, पवन मित्तल, करुणेश नंदन गर्ग, अमन गुप्ता, मयंक अग्रवाल, अंकित सिंघल, जयकरण गुप्ता, अनिल जैन, दिनेश गोयल, अजय मित्तल, संजीव रस्तोगी, कई प्रमुख अतिथि मौजूद रहे। समिति कांवड़ियों की सेवा के साथ-साथ
सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का काम भी कर रही है।