- बांग्लादेश से बुरी तरह हारकर बाहर हुई टीम।
- श्री लंका फाइनल में हारी।
2003 की उप विजेता टीम इंडिया के लिए 2007 का वर्ल्ड कप बुरे सपने की तरह साबित हुआ। एक और भारत की टीम जहां बांग्लादेश की टीम से हार कर बाहर हुई वहीं पाकिस्तान की भी दुर्गति हुई। ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में श्रीलंका को हरा कर चौथी बार विजेता बनी।
17 मार्च 2007 को टीम इंडिया विश्व कप के सबसे बड़े उलटफेर का शिकार हुई। टीम इंडिया को बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
टीम इंडिया पहले बैटिंग करते हुए 49.3 ओवर में 191 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। जवाब में बांग्लादेश ने तमीम इकबाल (51), मुश्फिकुर रहीम (56*) और शाकीब अल हसन (53) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 9 गेंद शेष रहते 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
इस जीत के साथ भारत टूर्नामेंट के पहले ही दौर से बाहर हो गया। भारत की तरफ से सौरव गांगुली (66) और युवराज सिंह (47) रन बनाए थे। हालांकि, 2007 विश्व कप की खिताब पर तीन बार (1987, 1999, 2003) की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने कब्जा जमाया ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर चौथी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया।
फाइनल की राह
ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर फाइनल में पहुंचा , जबकि श्रीलंका सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 81 रन से हराकर फाइनल में पहुंचा।
वेस्टइंडीज में खेले गए वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला बारबाडोस में खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन ने पहले विकेट के लिए 172 रन की साझेदारी निभाई। मैथ्यू हेडन ने 38 रनों की पारी खेली और आउट हो गए। इसके बाद कप्तान रिकी पोंटिंग खुद क्रीज पर आए। उन्होंने 37 रनों की पारी खेली।ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 38 ओवर के इस मैच में 4 विकेट खोकर 281 रन का स्कोर खड़ा किया था। बारिश की वजह से फाइनल मुकाबला सिर्फ 38 ओवर का खेला गया था।