शारदा रिपोर्टर मेरठ। बुधवार को इस्माईल नेशनल महिला पीजी कॉलेज मेरठ ने शासन के निर्देशानुसार एवं प्राचार्य प्रो. अनीता राठी के कुशल मार्गदर्शन में सशक्त जेंडर एंपावरमेंट सेल द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का विषय “पीसीपीएनडीटी अधिनियम” पर जागरूकता था, जिसका उद्देश्य छात्रों को इस महत्वपूर्ण अधिनियम के बारे में जानकारी प्रदान करना और उन्हें समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए प्रेरित करना था।
कार्यशाला के दौरान, डॉ. अनुभूति चौहान, संस्थापक एवं अध्यक्ष, अरुणोदय सोसायटी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार साझा किए। उन्होंने पीसीपीएनडीटी अधिनियम के महत्व और इसके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की। नेहा त्यागी, जिला समन्वयक, महिला कल्याण विभाग ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने पीसीपीएनडीटी अधिनियम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह अधिनियम गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन निषेध) के दुरुपयोग को रोकने के लिए बनाया गया है।
कार्यशाला में लगभग 52 छात्राओं एवं अनेक सम्मानित शिक्षिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों ने प्रश्नोत्तर सत्र में ज्वलंत मुद्दों पर विचार-विमर्श किया, जिससे संवाद और समझ को नई दिशा मिली। प्राचार्य प्रो. अनीता राठी ने बताया कि महाविद्यालय महिला सशक्तिकरण और संवैधानिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस प्रकार के व्याख्यान छात्रों को समकालीन मुद्दों से जोड़ते हैं और उन्हें एक जागरूक नागरिक बनने की प्रेरणा देते हैं।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. मीनू शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। यह कार्यशाला छात्रों में पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रही। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्रों को समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित किया गया।