संभल। कुढफतेहगढ क्षेत्र के गांव दियोरा खास की मिलक में तड़के तीन बजे जंगली जानवर दादी की गोद से दो माह के बच्चे को छीन ले गया। गनीमत रही कि शोर मचाने पर दीवार फांदते हुए कंबल में लिपटा बच्चा वहीं गिर गया। जानवर कंबल लेकर भाग गया।
वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की लेकिन भेड़िया होने का कोई साक्ष्य हाथ नहीं लगा। ग्रामीणों में भेड़िये की दहशत व्याप्त है। गांव दियोरा खास की मिलक निवासी रामवीर पुत्र रामचंद्र खेती किसानी करता है।
रात में पुत्रवधु विनीता अपने दो माह के बेटे प्रियांशु के साथ आंगन में चारपाई पर सो रही थी। वहीं दादी कुसुमा भी सो रही थी। परिवार के अन्य सदस्य कमरे में सो रहे थे। सोमवार को तड़के तीन बजे करीब बच्चे के रोने पर दादी कुसुमा ने उसे गोद में उठा लिया।
कुसुमा ने बताया कि उसी समय दीवार फांद कर जंगली जानवर उसके पास पहुंच गया। इससे पहले वह कुछ समझ पाती। जानवर ने झपट्टा मार कर कंबल में लिपटे बच्चे को मुंह में दबा कर ले गया। अभी जानवर बच्चे को लेकर करीब चार फिट ऊंची दीवार फांद
रहा था।
कुसुमा ने शोर मचा दिया। जिससे जाग हो गई। परिवार के लोग दौड़ पड़े। दीवार फांदने के दौरान बच्चा वहीं गिर गया। जबकि जानवर कंबल मुंह में दबा कर भाग निकला। जाग होने पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
कुत्ते की तरह बड़े मुंह वाला था जानवर: दादी कुसुमा देवी ने बताया कि नाती प्रियांश को गोद से छीनते हुए उसने जानवर को काफी नजदीक से देखा था। उस समय वहां अंधेरा भी था। जानवर कुत्ते की तरह दिखाई दे रहा था। उसका मुंह बड़ा था।