संभल। जूस में पेशाब मिलाने और थूक वाली रोटी खिलाने जैसी घटनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा संज्ञान लिया है। इसके तहत सभी ढाबों-रेस्टोरेंट पर मालिक से लेकर नौकर तक के नाम बोर्ड पर लिखने और उनका पुलिस वैरिफिकेशन कराने के आदेश दिए हैं। खान-पान के ठिकानों की निगरानी पुलिस को सौंपी है। इस पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इस बीच यूपी सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने सवाल उठाया है कि क्या मुस्लिम समुदाय को अपने नाम और मजहब पर विश्वास नहीं है? आखिर मुसलमानों को अपना व्यवसाय चलाने के लिए हिंदू नाम का सहारा क्यों लेना पड़ रहा है?
मंत्री गुलाब देवी ने थूक जिहाद पर कहा कि मुस्लिम समुदाय को अपने नाम और मजहब पर बिल्कुल विश्वास नहीं है, जो इस तरह से दूसरे धर्म के नाम का सहारा ले रहे हैं। कहा कि यह सरासर गलत है। इस तरह से दूसरे धर्म के नाम का सहारा नहीं लेना
चाहिए। कहा कि व्यवसाय किसी का भी हो, लेकिन किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए। कहा कि चाहे कोई भी जाति हो, कोई भी धर्म हो। हर किसी को अपनी जाति या धर्म के हिसाब से नाम रखना चाहिए, जिससे समाज में भ्रम पैदा नहीं हो।
मंत्री ने अपनी विधानसभा चंदौसी का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां तमाम बैंड-बाजे वाले हैं, जो हिंदू नाम का सहारा लेकर काम कर रहे हैं। यह सरासर गलत है। कहा कि जो व्यक्ति जैसा काम करता है, वह अपने नाम से करे। कहा कि ऐसे लोगों को अपने नाम पर इतनी कमजोरी और आत्मगिलानी क्यों होती है? गुलाब देवी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के बारे में क्या ही कहा जाए। विपक्ष तो सिर्फ एक वर्ग विशेष को लेकर चलता है। वर्ग विशेष को खुश करने के लिए हर प्रकार के वक्तव्य जो उसे नहीं देने चाहिए, वह भी देता है। यह उसका अपना काम है।