मेरठ में तेज बारिश से दफ्तरों, फैक्टरियों में जलभराव
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मेरठ में तेज बारिश, दफ्तरों फैक्टरियों में जलभराव।
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सड़कों से लेकर इमारतों में भरा पानी।
शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मेरठ। बृहस्पतिवार को सुबह से हो रही बारिश के कारण शहर जलमग्न हो रहा है। सड़कों से लेकर इमारतों में पानी भर गया है। औद्योगिक क्षेत्र में फैक्टरियों और स्टॉक हाउसेस में पानी भरने से माल खराब होने की कगार पर आ गया है। वहीं मेरठ एसएसपी दफ्तर के मेन गेट से लेकर अंदर तक जलजमाव हो गया है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल के आवासीय क्षेत्र चाणक्यपुरी में भी सड़कों पर दो फिट तक पानी भरने के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है।
शहर में पहली बारिश ने ही नगर निगम और नाला सफाई कार्य की पोल खोल दी है। भले पिछले एक महीने से नगर निगम रात भर नालों की सफाई कर रहा हो, लेकिन आज सुबह से हो रही बारिश में नाले, नालियां और सड़कें एक हो गए हैं। इसने उजागर कर दिया कि नगर निगम ने नाला सफाई में कितनी लापरवाही बरती है।
उमस भरी गर्मी के बीच झमाझम बारिश ने पश्चिमी यूपी में लोगों को काफी राहत दे दी है। सुबह से ही मौसम बदला और काले बादलों के चलते सुबह लाइट जलाकर चलना पड़ा। देखते ही देखते झमाझम बारिश शुरू हो गई और मौसम खुशनुमा हो गया। तेज बारिश के चलते हाइवे पर वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई।
रैपिड रेल के कार्य के साथ ही सब्जी मंडी के पास आरआरटीएस की ओर से नाला निर्माण कार्य किया गया। मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष पदम सिंह सैनी ने बताया कि नाले का निर्माण काफी ऊंचा किया गया है जिस कारण मंडी का पानी नही निकल पा रहा है। नालियों का पानी व बरसात का पानी भरने से सब्जी खराब हो गयो है। मंडी सचिव आवास व कार्यालय में भी पानी भर गया, जिससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आढ़तियों की सब्जी और फल पानी भरने से खराब हो गए हैं।
नगर निगम की निष्क्रियता के कारण फैक्टिरयों, गोदामों में पानी घुसा है। निर्यात होने वाले माल का भारी नुकसान हुआ है। कोई सुनने वाला नहीं है। जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया और नाले भी बारिश के चलते उफन गए। रुड़की रोड पर जलभराव के चलते लोगों को आने जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा पल्लवपुरम फेज-2 के एन पॉकेट में नाले के उफान पर आने के कारण सड़क तालाब बन गई। यहां पर लोगों के घरों में पानी घुस गया, जिस कारण से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा।