- सीसीएसयू कुलपति के खिलाफ छात्रों ने किया कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, डीएम को दिया ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने विश्वविद्यालय अधिनियम के विरूद्ध भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमतिओं के विरुद्ध प्रयागराज महाभिलेखा औडिट आॅब्जेक्शन में करोड़ों रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दर्जनों छात्रों ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सौंपते हुए इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि, प्रोफेसर संगीता शुक्ला चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में दिसंबर 2021 को नियुक्त हुई थी। तभी से उन्होंने विश्वविधालय में हर स्तर से भ्रष्टाचार, गबन, षडयंत्र का परचम लहरा दिया। प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने पूर्व कुल सचिव धीरेन्द्र कुमार वर्मा / (परिक्षा नियंत्रक), पूर्व वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, वर्तमान वित्त अधिकारी रमेश चन्द्र निरंजन, अभियन्ता विभाग के मनीष मिश्रा और मनोज कुमार अधिकारियों की मिली भगत करके फर्जी नियुक्तियां, वित्तिय अनियमितता अवैध भवन निर्माण में सरकारी धन का दुरूपयोग करके अकूत धन सम्पत्ति इक्ट्ठा की है। जिसकी जांच किया जाना अति आवश्यक है।
उक्त प्रकरण में कुलपति एंव अन्य अधिकारियों की सलिप्ता स्पष्ट रूप से दशार्ती है। नियम विरुद्ध कार्य किया गया है उक्त दोनों भवनों के निर्माण कार्य में कि गई व्यय धनराशि रुपए 1454.30 लाख रुपए अनियमित था। प्रो० संगीता शुक्ला चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के प्रावधनों को लागू नही किया तथा विहित प्रारूप में वार्षिक लेखें एवं तत्संबंधी अभिलेखों का रख रखाव नियम के अनुसार नहीं किया गया है।
विश्वविधालय द्वारा स्थायी/अस्थायी सम्पतियों, दान में प्राप्त संपतियों, केंद्र राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओ के अंतर्गत अर्जित कर सम्पतियों आदि की पंजिकाओं पूंजीगत निर्माण की वर्ष वार वित्तीय और भौतिक विवरण होना बहुत जरूरी है। जिसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाए।
इस दौरान अनुज भड़ाना, प्रशांत चौधरी, आकाश भड़ाना, तरुण मलिक, गौरव राणा, केशव गिरी , शशिकांत गौतम, नकुल स्याल , राजिंद्र भाटी , नितिन गर्ग, बॉबी कैलाशपुर, राहुल जाटव, शान मोहम्मद , ललित यादव आदि अन्य मौजूद रहे।